सुंदरगढ़ से पलामु के लिए पैदल ही चल रहे हैं एक दर्जन मजदूर
सरकार द्वारा कोरोना वायरस को देखते हुए पूरे देश में लोक डाउन की घोषणा के बाद यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप है। वाहन नहीं चलने के कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। बाहर फसें मजदूर...
सरकार द्वारा कोरोना वायरस को देखते हुए पूरे देश में लोक डाउन की घोषणा के बाद यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप है। वाहन नहीं चलने के कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। बाहर फसें मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओ जा रहे हैं। पैदल ही अपने घर पलामु जा रहे एक दर्जन मजदूर कोलेबिरा पहुंचे। मजदूरों ने बताया कि वे लोग 23 मार्च को उड़ीसा सुंदरगढ़ से अपने घर पलामू जाने के लिए पैदल ही निकले हैं। कोलेबिरा पहुंचने पर इन मजदुरों को पुलिस ने स्कैन के माध्यम से कोरोना का चेक किया। मजदूरों ने बताया कि वे लोग सुंदरगढ़ में वाहन चलाने का काम करते हैं। लेकिन सरकार के द्वारा कोरोना वायरस को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद से काम पूरी तरह बंद है। काम बंद हो जाने के बाद उसके मालिकों ने उन्हें घर भेज दिया। लेकिन वाहन नहीं चलने के कारण घर जाने के लिए उनकी परेशानी बढ़ गई। आखिर में वे लोग पैदल ही निकल पड़े। उन्होंने बताया कि रास्ते में कहीं भी उनलोगों को खाने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है। वे भुखे प्यासे ही चल रहे हैं। पैदल चलने वाले मजदूरों में अरुण कुमार, अशोक कुमार, उपेंद्र यादव, दीपक कुमार, रविंद्र कुमार ,राकेश कुमार ,अमर कुमार, वीरेंद्र कुमार, संतोष कुमार,आ लोक कुमार, अजीत कुमार आदि शामिल है।-