पेयजल संकट को लेकर जिला परिषद अमोदिनी महतो ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को सौंपा पत्र
राजनगर भाग-17 के पंचायतों में जल जीवन मिशन के तहत बने जलमीनर और चापाकल खराब पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। जिला परिषद की आमोदिनी महतो ने समस्या के समाधान के लिए...
राजनगर भाग-17 के कई पंचायतों में जल जीवन मिशन के तहत बने जलमीनर और चापाकल खराब पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर राजनगर भाग 17 की जिला परिषद आमोदिनी महतो ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल सरायकेला के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर जल्द समाधान की माँग की है।आमोदिनी महतो ने पत्र में बताया कि बाना, तुमुंग, बड़ा सिजुलता, केन्दमुड़ी, नेगेल्ली, टीटीडीह और एदल पंचायतों में कुल 382 सोलर आधारित जलमीनरों का निर्माण कराया गया था, लेकिन अधिकांश जलमीनर उपयोग योग्य नहीं हैं। कई जगह पाइपलाइन का काम अधूरा है, तो कहीं जलमीनरों के सोलर पैनल खराब पड़े हैं।
कुछ स्थानों पर पानी की टंकी में छेद हो जाने से पानी का उपयोग भी संभव नहीं हो पा रहा है।कांकी, बरामततिया, उरुघुटु, रामपुर, पाटा हँसल, गोवर्धन, नीनुडीह टोला और चालियामा सहित कई गाँवों में लोगों को पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई घरों में पाइपलाइन कनेक्शन बाकी है, वहीं जलमीनरों की मरम्मत लंबे समय से नहीं कराई गई है। इससे ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा और उन्हें दूर से पानी लाना पड़ रहा है।
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