हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए
हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा व ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जिला समाहरणालय पर धरना...
हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा व ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जिला समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया गया।
धरना को संबोधित करते हुए महासभा के जिला उपाध्यक्ष डेविड सिंह बानरा ने कहा कि हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं कर सरकार ने हो समुदाय की उपेक्षा की है। कोल्हान से सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्त होता है, बावजूद इसके कोल्हान की प्रमुख भाषा हो को आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं करना पूरे आदिवासी समुदाय के लिए दुर्भाग्य है। कहा, हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर झारखंड व ओडिशा सरकार द्वारा केंद्र को रिपोर्ट भी भेजी गयी।
इससे पूर्व महासभा के सदस्य मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए रैली की शक्ल में समाहरणालय पहुंचे। धरना के पश्चात महासभा द्वारा प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर गणेश गागराई, शंकर सामड, कृष्णा बानरा, शुभनाथ बानरा, सावन सोय, मंगल खलखो, सरस्वती हेम्ब्रम, पूजा पूर्ति, अंजलि बोदरा, कोल झारखंड बोदरा, सोनाराम देवगम व मंगल सिंह समेत कई अन्य उपस्थित थे।