विद्यालय का विलय रद्द नही हुआ तो ग्रामीण करेंगे मतदान का बहिष्कार
गम्हरिया प्रखंड की बड़ाकांकड़ा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय धातकीडीह का निकट के नव प्राथमिक विद्यालय में विलय हो गया है। इधर, विद्यालय विलय के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक कर चुनाव से पूर्व स्कूल विलय...
गम्हरिया प्रखंड की बड़ाकांकड़ा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय धातकीडीह का निकट के नव प्राथमिक विद्यालय में विलय हो गया है। इधर, विद्यालय विलय के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक कर चुनाव से पूर्व स्कूल विलय रद्द नहीं होने पर लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मतदान बहिष्कर का निर्णय लिया।
क्या है मामला
प्राथमिक विद्यालय धतकीडीह में कक्षा एक से कक्षा पांच तक लगभग 55 नामांकित बच्चे हैं। विद्यालय में वर्गकक्ष, पेयजल, शौचालय एवं किचन शेड सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं और मतदान केंद्र बनाया गया है। लेकिन, पिछले दिनों धतकीडीह प्रावि का विलय निकट के नव प्राथमिक विद्यालय केरकेटीडीह में कर दिया गया, जहां केवल 16 बच्चे हैं। ग्रामीणों ने विद्यालय के विलय का विरोध करते हुए डीएसई व डीसी को ज्ञापन देकर विद्यालय का विलय रद्द करने की गुहार लगाई लेकिन नतीजा शून्य रहा।
ग्रामीण अपने स्तर से संचालित करने लगे विद्यालय : विलय के बाद धतकीडीह के ग्रामीणों ने अपने बच्चों को विलय विद्यालय में नहीं भेजा और अपने पूर्व के धतकीडीह स्कूल भवन में ही स्कूल संचालन कर बच्चों को पढ़ाने लगे। ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि वे अपने बच्चों को किसी भी परिस्थिति में केरकेटाडीह स्कूल नहीं भेजेंगे। मामले पर डीसी ने डीएसई को जांच करने का निर्देश दिया, जिसके बाद डीएसई अलका जयसवाल सोमवार को जांच के लिए स्कूल पहुंचीं।
डीएसई का एक भी बात मानने को तैयार नहीं ग्रामीण : डीएसई जब सोमवार को धतकीडीह गांव पहुंचीं तो ग्रामीण एक ही बात पर अडिग रहे कि विलय रद्द होना चाहिये। डीएसई ने ग्रामीणों से बच्चों को केरकेटाडीह भेजने को कहा लेकिन ग्रामीणों ने साफ इनकार कर दिया। कहा, वे किसी भी परिस्थिति में अपने बच्चों को केरकेटाडीह स्कूल नहीं भेजेंगे और मतदान केंद्र दूसरे गांव या टोला ले जाने पर आने वाले चुनाव में मतदान करने नहीं जाएंगे।