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उपायुक्त ने गंदगी देख अधिकारियों को लगाई फटकार

उपायुक्त रमेश घोलप ने मंगलवार को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय से गायब रहने वाले दो कर्मचारियों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। कार्यालय अवधि के...

उपायुक्त ने गंदगी देख अधिकारियों को लगाई फटकार
हिन्दुस्तान टीम,सराईकेलाTue, 06 Jun 2017 07:40 PM
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उपायुक्त रमेश घोलप ने मंगलवार को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय से गायब रहने वाले दो कर्मचारियों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। कार्यालय अवधि के दौरान डीएसई कार्यालय के बड़ा बाबू और सर्व शिक्षा अभियान के कंप्यूटर ऑपरेटर गायब थे। दोनों पर तत्काल कार्रवाई की गयी। उपायुक्त ने सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के प्रत्येक कमरे का निरीक्षण किया और सारे कर्मचारियों के बारे में जानकारी हासिल की। सर्व शिक्षा अभियान के कमरे में गंदगी देखकर उपायुक्त भड़क गये। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने जिला शिक्षा अधीक्षक से कहा कि इस कार्यालय में जो जिम्मेवार पद पर हैं, उनका दायित्व है कि वे अपने कार्यालय को पूरी तरह से साफ-सुथरा रखें। किसी कमरे में सरकारी दस्तावेज बेतरतीब तरीके नहीं रखें। सारी पंजी और कागजात का संधारण सही तरीके से करें। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक से कहा कि वे अगले एक-दो दिनों में कभी भी दोबारा कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंच सकते हैं। अगर दोबारा कार्यालय के किसी कमरे में गंदगी और सही तरीके से पंजी का संधारण नहीं होगा तो इसके लिए जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देश दिया कि कार्यालय में कौन कर्मचारी कब आते हैं और किस काम से बाहर गये हैं, इसका संधारण करें, ताकि कार्यालय के सारे कर्मचारियों को इसके बारे में जानकारी हो सके। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कई कर्मचारियों से उनके कार्यों के बारे में जानकारी मांगी। कार्यालय में अपने कार्य से आए सेवानिवृत्त दो शिक्षकों से जानकारी मांगी की उन्हें किसी तरह की परेशानी तो नहीं आती है। सेवानिवृत्त शिक्षकों ने जवाब दिया कि कोई परेशानी नहीं है। उपायुक्त ने नगर पंचायत क्षेत्र के मुर्गा बाजार का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान नगर पंचायत प्रशासन को बुलाया और गैर लाइसेंसी मुर्गे की दुकानों को बंद कराने का निर्देश दिया। नगर पंचायत प्रशासन ने उपायुक्त के निर्देश का पालन करते हुए बाजार की सभी मुर्गा दुकानों को बंद करा दिया। बाजार में पांच मुर्गे के मांस की दुकानें थीं। सारी दुकानें बगैर लाइसेंस के चल रही थीं। नगर पंचायत प्रशासन ने दुकानदारों को हिदायत दी कि लाइसेंस लेने के बाद ही अब दुकान चलायें। बगैर लाइसेंस के दुकान खोली तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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