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उम्मीद: पांच कॉलेज व सात हाई स्कूल के कर्मी होंगे लाभान्वित

वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक व कर्मियों को जल्द ही सरकारी कर्मियों का दर्जा मिल सकता है। वेतनमान देने की योजना पर काम चल रहा है। शिक्षक और कर्मियों को स्थायीकरण के साथ अन्य मांगों को लेकर...

उम्मीद: पांच कॉलेज व सात हाई स्कूल के कर्मी होंगे लाभान्वित
Newswrap हिन्दुस्तान, साहिबगंजMon, 5 Aug 2024 04:05 PM
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साहिबगंज। वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक व कर्मियों को जल्द ही सरकारी कर्मियों का दर्जा मिल सकता है। इन कर्मियों को अनुदान की जगह वेतनमान देने की योजना पर काम चल रहा है। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से कवायद की जा रही है। वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के कर्मी बीते करीब 30 से भी अधिक सालों से स्थायीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज उठाते आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो जिले के पांच वित्त रहित कॉलेज एवं सात हाई व प्लस टू स्कूल के शिक्षक व शिक्षकेत्तरकर्मी सीधे लाभान्वित होंगे। इनमें संध्या कॉलेज (साहिबगंज), तीनपहाड़ कॉलेज, बीएलएनएल बोहरा कॉलेज (राजमहल), बीएसए महिला कॉलेज (पतना) और शिबू सोरेन जनजातीय कॉलेज(बोरियो) प्रमुख हैं। इन संस्थानों में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों की संख्या करीब 255 है। सरकार की घोषण धरातल पर आने से इन सभी को लाभ मिलेगा। वित्त रहित शिक्षण संस्थान में 128 विद्यार्थी पर सामान्यत: एक शिक्षक रखने का प्रावधान है।

अनुदान पर चलता है शिक्षण संस्थान

नामांकित विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से इन शिक्षण संस्थानों को सरकार से सालाना अनुदान मिलता है। उसी के सहारे इन शिक्षण संस्थानों का काम मुश्किल से चलता है। इन संस्थानों के शिक्षक व कर्मी स्थायीकरण की आस में सेवानिवृत होते चले गये । कई तो अब दिवंगत हो चुके हैं।

कई शिक्षण संस्थान में पढ़ाई की स्थिति अच्छी

जिला में कई वित्त रहित शिक्षण संस्थान सालों से शिक्षा का अलख जगा रहे हैं। कई वित रहित शिक्षण संस्थानों में शिक्षण गुणवता अच्छी है और रिजल्ट भी बेहतर होता है। इन संस्थानों का सारा काम मसलन, शिक्षक-कर्मियों को वेतन, प्रशासनिक व्यवस्था आदि वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों से मिलने वाले फीस की रकम से ही चलता है।

मुख्यमंत्री की ओर से वित रहित शिक्षण संस्थानों को स्थायीकरण करने व सरकारी मान्यता देने की घोषणा स्वागत योग्य है। इन शिक्षण संस्थानों के कर्मी बहुत कम राशि पर अपनी सेवा देते हैं। सरकार के स्तर से इस बार पहल किये जाने से प्रशंसन्नता है।

प्रो. शंभुनाथ झा, प्राचार्य, संध्या कॉलेज साहिबगंज

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