Hindi Newsझारखंड न्यूज़रांचीYoung Scholar Workshop on Jharkhand s Feminist Politics and Regional Knowledge Organized by Ranchi University

यंग स्कॉलर कार्यशाला में 102 शोधार्थियों ने शोधपत्र प्रस्तुत किया

रांची विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र ने यंग स्कॉलर कार्यशाला आयोजित की। 102 प्रतिभागियों ने शोधपत्र प्रस्तुत किए। झारखंड की समस्याओं और समाधान पर चर्चा हुई। परामर्शदाताओं ने मार्गदर्शन प्रदान...

यंग स्कॉलर कार्यशाला में 102 शोधार्थियों ने शोधपत्र प्रस्तुत किया
Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीSun, 11 Aug 2024 08:11 PM
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रांची, विशेष संवाददाता। रांची विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के अंतर्गत संचालित महिला अध्ययन केंद्र की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से रविवार को यंग स्कॉलर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विषय था, झारखंड की पुनर्कल्पना: हाशिए के आयाम, नारीवादी राजनीति और क्षेत्रीय ज्ञान। इसमें 102 प्रतिभागियों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किया और परामर्शदाताओं से मार्गदर्शन प्राप्त किया। झारखंड के वर्तमान परिपेक्ष्य में समस्या, चुनौती, खानपान, रहन-सहन आदि महत्वपूर्ण विषयों पर प्रतिभागियों ने कई चुनौती और समाधान पर बात की। परामर्शदाताओं ने सभी प्रतिभागियों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया, जिससे उनका शोध पत्र रिसर्च अधिक प्रभावपूर्ण हो सके। महिला अध्ययन केंद्र की समन्वयक ममता कुमारी ने बताया कि इस केंद्र का उद्देश्य महिलाओं की स्थिति और समस्या का अध्ययन करना और आवश्यक सुझाव प्रस्तुत करना है। इस कार्यशाला में झारखंड सहित कई राज्यों से शोधार्थी अपना पेपर प्रस्तुत कर रहे हैं। झारखंड में कई विषय हैं, जिन पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अब झारखंड के युवा शोधार्थी भी इस क्षेत्र में आगे आ रहे हैं, जो अच्छा संकेत है। केंद्र की ओर से टॉप-10 प्रतिभागियों को 20 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा, जिनका चयन परामर्शदाताओं की ओर से किया जाएगा।

विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो नयन कुमार सोरेन ने कहा कि शोधार्थी झारखंड के कई ज्वलंत विषयों पर शोध कर रहे हैं, जो भविष्य में राज्य की विकास योजनाओं में सहायक होगा। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि युवा शोधार्थी कई सवालों के साथ आ रहे हैं और समाधान ढूंढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।

केंद्र की ओर से दूसरा आयोजन

महिला अध्ययन केंद्र की ओर से इस प्रकार का यह दूसरा आयोजन है। इससे पहले इस वर्ष 22-24 जुलाई तक आवासीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें अलग-अलग राज्यों से शोधार्थी जुड़े थे और झारखंड के परिपेक्ष्य में अपना शोध प्रस्तुत किया। इस कार्यशाला में परामर्शदाता के रूप में देश के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थान- जेएनयू, टिस, क्रेया यूनिवर्सिटी आंध्रप्रदेश सहित सहित झारखंड के प्रमुख संस्थानों के प्राध्यापक जुड़े हैं। इनमें- डॉ ममता कुमारी, नयन कुमार सोरेन, शांभवी विक्रम, डॉ मीनाक्षी मुंडा, डॉ एकता बख्शी, डॉ नॉलि निवेदिता, आशीष केरकेट्टा, डॉ कल्पना सिंह आदि शामिल हैं।

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