रांची। प्रमुख संवाददाता
सरला बिरला विश्वविद्यालय के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग और इंडियन योगा एसोसिएशन झारखंड स्टेट चैप्टर कमेटी की ओर से पांच दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रम षट्कर्म की शुरुआत रविवार को हुई। रजिस्ट्रार डॉ विजय कुमार सिंह ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा कि योग भारत की अति प्राचीनतम व अनमोल विद्या है। जहां कोरोना काल में विश्व के अन्य देशों में मौतों की संख्या काफी थी, वहीं भारत में यहां की सभ्यता, संस्कृति, खानपान के कारण मौतों का आंकड़ा काफी कम था। रामकृष्ण मिशन आश्रम मोरहाबादी के सचिव स्वामी भवेशानंद जी महाराज ने बताया कि योग के अंतर्गत षटकर्म एक विशेष रूप से आने वाली विद्या है।