ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीझारखंड से नक्सलवाद को नेस्तनाबूद करेंगे: रघुवर

झारखंड से नक्सलवाद को नेस्तनाबूद करेंगे: रघुवर

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड उग्रवाद से ग्रसित राज्य था। इससे मुक्ति के लिए हमारी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया। यही वजह है कि उग्रवाद अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में...

झारखंड से नक्सलवाद को नेस्तनाबूद करेंगे: रघुवर
हिन्दुस्तान टीम,रांचीSat, 19 Oct 2019 01:47 AM
ऐप पर पढ़ें

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड उग्रवाद से ग्रसित राज्य था। इससे मुक्ति के लिए हमारी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया। यही वजह है कि उग्रवाद अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में नक्सलवाद को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उग्रवाद से निपटने के लिए कई वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। राज्य में कई बेकसूर लोगों को भी नक्सली हिंसा का शिकार होना पड़ा है। सरकार उनके आश्रितों और परिवारों के साथ सदैव खड़ी रहेगी। मुख्यमंत्री शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में उग्रवादी हिंसा के शिकार लोगों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र देने के बाद संबोधित कर रहे थे।

आश्रितों को हक देना जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका क्या दोष जो सामान्य नागरिक थे। नक्सलियों ने उन्हें अपना निशाना बनाया। वे हमारे लोग थे। हमें उनके लिए दर्द है। हम उनके लिए खड़े हैं। उग्रवादी हिंसा में मारे गए निर्दोष नागरिकों के आश्रितों को उनका हक देना सरकार की जिम्मेदारी है। इन सभी दायित्वों को गृह विभाग निष्ठापूर्वक निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का यह संकल्प है कि झारखंड में सदैव अमन, चैन और शांति बनी रहे, ताकि विकास तेजी से हो।

लंबित मामले जल्द निपटेंगे: रघुवर दास ने कहा कि उग्रवादी हिंसा में मारे गए व्यक्तियों की जान तो वापस नहीं लाई जा सकती है, परंतु सरकार इन परिवारों के आश्रितों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। इसी क्रम में इन आश्रित परिवारों के 150 लोगों को सरकार नियुक्ति पत्र सौंप रही है। उन्होंने कहा कि जनसंवाद के तहत सीधी बात कार्यक्रम में नक्सली हिंसा में मारे गए परिवारों की कई शिकायतें आती हैं। सरकार ने गृह विभाग को इन्हे तत्काल निपटाने का निर्देश दिया है। अऩ्य लंबित मामले भी जल्द ही निपटाए जाएंगे।

मौके पर मुख्य सचिव डीके तिवारी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी केएन चौबे, डीजी मुख्यालय पीआर के नायडु समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें