गजब: यहां के तपोवन मंदिर में वायो गैस से बनता है भगवान का भोग
रांची के प्रसिद्ध तपोवन मंदिर में भगवान को प्रतिदिन बायो गैस पर बना भोग चढ़ता है। यही भोग मंदिर के महंत से लेकर दूसरे पुजारी और भक्त ग्रहण करते हैं। बायो गैस के इस्तेमाल से मंदिर प्रबंधन का एलपीजी पर...
रांची के प्रसिद्ध तपोवन मंदिर में भगवान को प्रतिदिन बायो गैस पर बना भोग चढ़ता है। यही भोग मंदिर के महंत से लेकर दूसरे पुजारी और भक्त ग्रहण करते हैं। बायो गैस के इस्तेमाल से मंदिर प्रबंधन का एलपीजी पर होने वाला खर्च बच रहा है। इतना ही नहीं भविष्य में बायो गैस से पूरे मंदिर परिसर में बिजली जलाने की योजना है।
महंत श्रीराम शरण दास ने बताया कि मंदिर परिसर में छह-सात गाय हमेशा रहती है। उनके गोबर का उपयोग दूसरे कार्य में करने की इच्छा थी। एक भक्त ने बायो गैस प्लांट लगाने में आर्थिक मदद की, जिसे उनका सपना साकार हो पाया। उन्होंने कहा कि बायो गैस एलपीजी से शुद्ध और बेहतर है। महंत ने कहा कि गो पालन करने वालों को बायो गैस प्लांट लगाकर अपने घर की गैस एवं ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करना चाहिए।
इससे लोगों की बिजली पर निर्भरता कम होगी। गोबर से गैस बनाने के बाद बर्मी कंपोस्ट तैयार कर जैविक खेती की जा सकती है। रसायनिक खाद के इस्तेमाल करने से खेत की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है। साथ ही लोग तरह-तरह की बीमारियां भी हो रही है। इससे बचने के लिए बर्मी कंपोस्ट से जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।