ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीसदर अस्पताल में तैनात होंगे दो आइएएस, 39 होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति

सदर अस्पताल में तैनात होंगे दो आइएएस, 39 होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति

डेडिकेटेड कोविड सदर अस्पताल की व्यवस्था दुरूस्त की जाएगी। अस्पताल की सुरक्षा भी सख्त की जाएगी। अस्पातल के प्रबंधन के और सुरक्षा के लिए दो आइएएस...

सदर अस्पताल में तैनात होंगे दो आइएएस, 39 होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 28 Apr 2021 03:20 AM
ऐप पर पढ़ें

रांची। संवाददाता

डेडिकेटेड कोविड सदर अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। अस्पताल की सुरक्षा भी सख्त की जाएगी। अस्पताल के प्रबंधन के और सुरक्षा के लिए दो आइएएस अधिकारी को तैनात किया जा रहा है। इनमें एक आइएएस अधिकारी गरिमा सिंह हैं। वह रांची की एसडीओ रह चुकी हैं। अस्पताल में दो मजिस्ट्रेट पहले से तैनात हैं। इसके अलावा सदर अस्पताल में होमगार्ड के 39 जवानों को प्रतिनियुक्त किया गया है। ये अस्पताल के तीसरे और पांचवें तल पर रहेंगे, जहां आईसीयू है। प्रशासन को ऐसी लगातार शिकायत मिल रही थी कि एक मरीज के साथ 5 परिजन हॉस्पिटल में पहुंच जा रहे हैं। इसके कारण अव्यवस्था की स्थिति हो गई थी। व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह, एनएचएम डायरेक्टर रवि शंकर शुक्ला खुद सदर अस्पताल पहुंचे।

अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अस्पताल के अंदर काफी कमी देखी गई। यहां मैनपावर की कमी है। डॉक्टरों की कार्यशैली की मॉनिटरिंग करना जरूरी है, ताकि वे मरीजों का ससमय निरीक्षण करें। अस्पताल में दवाई व ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन मैनजमेंट नहीं होने के कारण यह समस्या बनती है। आने वाले समय में बेड की संख्या भी बढ़ायी जाएगी। मरीजों का बेहतर इलाज होगा। पूरे सदर अस्पताल का जल्द सेनिटाइजेशन किया जाएगा।

रेमडिसिवर इंजेक्शन देने में मरीजों के साथ भेदभाव के सवाल पर अरुण सिंह ने बताया कि अब विभाग ने इस इजेंक्शन की गहन जांच शुरू कर दी है। सरकारी व निजी हॉस्पिटल में एडमिट मरीज से पूछा जाएगा कि उन्हें यह इंजेक्शन मिला है कि नहीं। जहां तक इसकी कमी की बात है कि विभाग ने पहले ही अस्पतालों में आपूर्ति करा दी है। विशेषकर वैसे हॉस्पिटलों में जहां भर्ती मरीजों को ज्यादा जरूरत है। विभाग इन हॉस्पिटलों से डेटा भी समय-समय पर लेते रहेगा। अगर कोई हॉस्पिटल इसका गलत उपयोग करता है, तो उस पर ठोस कार्रवाई की जाएगी।

अटेंडेंट को रहने की नहीं पड़ेगी जरूरत

अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल में जल्द ही मैनपावर की कमी को दूर कर लिया जाएगा, जिसके बाद मरीज के परिजन को संक्रमित मरीजों के साथ रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मरीजों की देखभाल अस्पताल में ही तैनात स्वास्थ्यकर्मी कर लेंगे। उन्होंने बताया कि परिजन मैन पावर की कमी के कारण अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। यह स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेही होगी कि अपने मरीज के साथ परिजन संक्रमित न हो जाएं।

ये थे मौजूद

निरीक्षण के दौरान डीसी छवि रंजन, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, सिटी एसपी सौरभ, रांची एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता सहित कई आला अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान सभी अधिकारी पीपीई किट पहने हुए थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें