दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने राजभवन के सामने दिया धरना
राजभवन के सामने धरना देकर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन ने गिरिडीह में मोतीलाल बास्के की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की है। दोनों नेताओं का आरोप है कि मोतीलाल बास्के एक निर्दोष...
राजभवन के सामने धरना देकर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन ने गिरिडीह में मोतीलाल बास्के की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की है। दोनों नेताओं का आरोप है कि मोतीलाल बास्के एक निर्दोष युवक था, जिसकी पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी। धरने की अध्यक्षता झामुमो के केंद्रीय सचिव सुदिव्य कुमार सोनू ने की। इसमें अधिकतर विपक्षी दलों के नेताओं के साथ ही झामुमो बुद्धिजीवी मोर्चा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। मोर्चा के कार्यकर्ता बरियातू स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में जमा होकर जुलूस की शक्ल में राजभवन जाकर धरने में शामिल हुए। जुलूस में खिजरी विधानसभा प्रभारी अंतु तिर्की, केंद्रीय सदस्य रोशन कुमार और रांची महानगर अध्यक्ष हेमलाल मेहता भी मौजूद थे।
झारखंडी झारखंड में खोजने से नहीं मिलेंगे : मरांडी
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर भाजपा की सरकार रह गई तो झारखंडी झारखंड में खोजने से भी नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में न जाने कितनी हत्याएं हो रही हैं, लेकिन सरकार जांच से पल्ला झाड़ रही है। मरांडी ने कहा कि रघुवर सरकार निर्दोष लोगों को उग्रवादी बताकर गिरफ्तार कर रही है। सरकार जमाबंदी और गैरमजरूआ जमीन को भी रद कर रही है। जो लोग 100 सालों से रह रहे हैं, वैसे लोगों को बेघर और भूमिहीन बनाने में सरकार तुली हुई है। उन्होंने कहा कि मोतीलाल बास्के को न्याय मिलने तक झारखंड विकास मोर्चा लड़ाई लड़ती रहेगी। धरने में झाविमो के केंद्रीय सचिव राजीव रंजन मिश्रा समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।