दफ्तरों से लेकर बाजार तक नए कानून का खौफ नहीं
मास्क पहने बगैर बाहर निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने का खौफ शहर के लोगों में नहीं दिखा। बुधवार को सरकार ने लॉक डाउन के नियमों का पालन नहीं करने वालों...
मास्क पहने बगैर बाहर निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने का खौफ शहर के लोगों में नहीं दिखा। बुधवार को सरकार ने लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ दो साल के जेल और एक लाख जुर्माना लगाने का कानून बनाने का निर्णय लिया, लेकिन गुरुवार को इसका कोई असर शहर में नहीं दिखा। सरकारी दफ्तरों, डाकघरों, बाजार और सब्जी बाजार तक में लोग बेपरवाह रहे। समाहरणालय, नगर निगम समेत कई सरकारी दफ्तरों के परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ती रही, दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारी बिना मास्क के काम करते रहे। रांची नगर निगम कार्यालय में नए नगर आयुक्त का स्वागत करने के लिए पार्षदों में होड़ मची रही और इस दौरान पार्षद और आयुक्त सोशल डिस्टेंसिंग भी भूल गए।समाहरणालय में सब बेपरवाहसरकार के नियमों और कानून का पालन कराने वाले समाहरणालय परिसर में भी अधिकांश लोग बिना मास्क के घूमते रहे। आठ- दस लोगों का समूह जगह-जगह बात करते मिला। लेकिन इन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। पूछने पर लोगों का कहना था कि तीन माह से वेतन नहीं मिला है। खाने को पैसे नहीं हैं, मास्क कहां से खरीदेंगे। समाहरणालय के गेट पर सेनेटाइजर की व्यवस्था थी।रांची जीपीओ और डाकघरों में सोशल डिस्टेंसिंग नहींरांची जीपीओ में कोरोना के मरीज मिलने के बाद भी यहां लोग बेखौफ दिखे। लोगों ने मास्क तो पहने थे, लेकिन भीड़ लंबी थी। लोग एक-दूसरे से सट कर खड़े थे। यही हाल प्रधान डाकघर डोरंडा का था। लाइन में लगे लोगों का कहना था कि डाक घर वालों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोग खड़े हों, इसकी व्यवस्था करनी चाहिए। मजबूरी में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। बाजारों में खुलेआम उड़ी नियमों की धज्जियांरंगरेज गली और अपर बाजार के प्राय: सभी इलाकों में दुकानदार नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए मिले। शहर के दूसरे इलाके में भी ज्यादातर दुकानदार बिना मास्क पहने सामानों की बिक्री कर रहे थे। वहीं, कुछ दुकानदारों ने कैमरा देखते हुए फटाफट मास्क पहना। कॉस्मेटिक, राखी और कपड़े की दुकानों में भीड़ भी रही। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का कोई पालन नहीं कर रहा था। हालांकि सभी दुकानों के बाहर उचित दूरी बनाए रखने के लिए गेट पर रस्सी बंधी हुई मिली।सब्जी बाजार में कोई नियम नहींशहर के सब्जी बाजारों में भी लोगों को किसी प्रकार का खौफ नहीं दिखा। दो दुकानों के बीच दो फीट की दूरी नहीं थी और न ही ग्राहक ही इसका पालन कर रहे थे। दुकानदार और ग्राहक भी बिना मास्क के थे। सब्जी बाजारों में सेनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं दिखी। नागा बाबा खटाल, लालपुर, डोरंडा, हरमू में लगने वाले सभी बाजारों में यही हाल था।
कोरोना जांच कराने वाले भी नहीं मान रहे सोशल डिस्टेंसिंग :
सदर अस्पताल में इन दिनों सैकड़ों की संख्या में लोग कोविड जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी यही नजारा था। संक्रमण के डर और सोशल डिस्टेंसिंग के कायदे को दरकिनार कर लोग बस इस चीज के लिए बेसब्र थे कि जल्दी से उनका सैंपल ले लिया जाए। इसके बाद भी अपनी बारी का इंतजार करने के बजाय लोग काउंटर पर भीड़ लगा लेते हैं। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एस मंडल ने बताया कि यहां क्षमता 100 लोगों की जांच करने की है, लेकिन 500-550 लोग यहां अपना सैंपल देने आते हैं। इसके कारण यह स्थिति है। उन्होंने बताया कि इसे भी सही करने की कोशिश की जा रही है।नगर निगम में पर्चा कटाने के लिए लगी भीड़नगर निगम में लॉकडाउन का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। आम दिनों की तरह निगम में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। रोजाना करीब एक हजार से अधिक लोग निगम पहुंच रहे हैं। जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के लिए लोग बड़ी संख्या में बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए कतारबद्ध थे। इन शाखा के कार्यालयों में 20-25 कर्मचारी एक साथ बैठे थे।
