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राजनीति और षड्यंत्र का शिकार होकर बंट गए हैं आदि धर्मावलंबी: कड़िया मुंडा

मुरहू प्रखंड क्षेत्र के माहिल स्कूल मैदान में गुरुवार को अखिल भारतीय सरना समाज के तत्वावधान में सरना बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत सरना पूजा सह सरना...

राजनीति और षड्यंत्र का शिकार होकर बंट गए हैं आदि धर्मावलंबी: कड़िया मुंडा
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 29 Oct 2021 03:10 AM
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खूंटी। संवाददाता

मुरहू प्रखंड क्षेत्र के माहिल स्कूल मैदान में गुरुवार को अखिल भारतीय सरना समाज के तत्वावधान में सरना बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत सरना पूजा सह सरना सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व लोक सभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा (पद्मभूषण से सम्मानित) उपस्थित हुए।

कड़िया मुंडा ने कहा कि सरना समाज के लोगों के खिलाफ गहरी साजिश चल रही है। उन्होंने कहा कि रांची में सरना धर्म के नाम पर दर्जनों संगठन बनाकर हमें आपस में बांटने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खूंटी में भी सरना के नाम पर कई संगठन हैं, जिसके कारण हम एकजुट नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हम राजनीति का शिकार होकर आपस में बंट गए हैं। हमें एक बैनर तले आकर अपने धर्म, संस्कृति और परंपरा को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि सात हजार वर्ष पहले झारखंड में आदिवासी आकर बसे थे। उनके द्वारा यहां के जंगलों को काटकर खेती-बारी योग्य बनाया गया। जंगलों को सुरक्षित किया गया, लेकिन आज हम पूर्वजों के द्वारा बनाई चीजों को संभाल कर रख नहीं पा रहे हैं, यह दु:ख की बात है।

कड़िया ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने इस धरती पर ईश्वर के साथ जुड़े रहना सिखाया। उन्होंने कहा कि यहां एक बड़ा सवाल है कि क्या हमारे पूर्वजों ने गलती की थी, जिसे सुधारने के लिए आज लोग धर्मांतरण कर रहे हैं। क्या हमारे पूर्वजों द्वारा बनाये गए सिस्टम गलत थे। उन्होंने कहा कि आज भी झारखंड में 70 प्रतिशत आदिवासी आदिकाल से चले आ रहे धर्म को मान रहे हैं। उन्होंने युवाओं से नशा त्यागने और माताओं से अपने बच्चों को पांच साल की उम्र तक बेहतर शिक्षा और संस्कार देने की अपील की। इससे बच्चों को प्रारंभ से ही धर्म और समाज के प्रति सही दिशा मिल सके। सम्मेलन में मंगल सिंह मुंडा, पड़ता मुंडा, लीलू पाहन, भीम सिंह मुंडा आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।

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