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देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन करेगी राज्य के विश्वविद्यालयों की टीम

-स्नातकोत्तर विभागों के लिए भी विभागवार राशि दी जाएगी -एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने पुअर...

देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन करेगी राज्य के विश्वविद्यालयों की टीम
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 22 Oct 2021 05:40 PM
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रांची। प्रमुख संवाददाता

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए राज्य के विश्वविद्यालयों की टीम देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों का दौरा कर वहां के बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन करेगी। साथ ही, इन बेस्ट प्रैक्टिस को झारखंड में कैसे लागू किया जा सकता है, इसपर अपनी रिपोर्ट तैयार कर उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को देगी। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को चार सदस्यों की टीम बनाकर इसका प्रस्ताव उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को भेजने को कहा गया। इन टीमों के भ्रमण का खर्च विभाग वहन करेगा। शुक्रवार को विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी केके खंडेलवाल ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा।

इस वर्चुअल बैठक में सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पद सृजन और रोस्टर क्लीयरेंस, भवन निर्माण, लाइब्रेरी व लैबोरेट्री के अपग्रेडेशन आदि से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें नए मॉडल कॉलेजों में उपस्कर के अलावा सभी कॉलेजों में लाइब्रेरी, लैब के आधुनिकीकरण, वाईफाई कैंपस, भवन निर्माण आदि पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही, बजट तैयार करने के प्रारूप पर चर्चा की गई।

लैब-लाइब्रेरी के अपग्रेडेशन के मिलेंगे 20 लाख

बैठक में यह भी तय हुआ कि लाइब्रेरी और लैबोरेट्री के अपग्रेडेशन के लिए प्रति कॉलेज 20-20 लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह स्नातकोत्तर विभागों के लिए भी विभागवार राशि दी जाएगी। बैठक में विश्वविद्यालयों में चल रहे भवन निर्माण कार्य से संबंधित जानकारी ली गई। जिसपर कुलपति कहना था कि निर्माणकार्य बहुत धीमा चल रहा है और संतोषजनक नहीं है। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने रांची विश्वविद्यालय में चल रहे नि:शुल्क पुअर बॉयज कोचिंग के बारे में भी जानकारी ली, साथ ही इसे और भी बेहतर करने का सुझाव दिया।

फर्नीचर के बजट पर जताई आपत्ति

बैठक में कई कॉलेजों के फर्नीचर का बजट बहुत अधिक था, जिस पर सचिव ने आपत्ति जताई। वीमेंस कॉलेज सिमडेगा और वीमेंस कॉलेज लोहरदगा का सिर्फ फर्नीचर का ही बजट लगभग चार करोड़ था। इसी तरह विनोबा भावे विश्वविद्यालय के फर्नीचर का बजट भी काफी अधिक था। इस पर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि इस तरह का प्रस्ताव तैयार करने से पहले कुलपति एक जरूर देखें।

रोस्टर क्लीयर कर जल्द प्रस्ताव भेजें

बैठक में शिक्षकों के पद सृजन और रोस्टर क्लीयरेंस पर भी चर्चा हुई। रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमार का सुझाव था कि विश्वविद्यालय को एक मुश्त शिक्षकों के 900 पद दे दिए जाएं। इसके बाद विश्वविद्यालय इसका रेशनलाइजेशन अपने स्तर से कर लेगा कि प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के कितने-कितने पद होंगे। बैठक में रांची विश्वविद्यालय, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यलय, बीबीएमकेयू विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने हिस्सा लिया। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रार डॉ नमिता सिंह बैठक में शामिल हुईं।

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