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शहर में ऑटो किराया का मामला तूल पकड़ रहा

ऑटो सवारियों से मनमाने किराए की वसूली का पता लगाएगा आरटीए, ऑटो महासंघ के किराया निर्धारण की पहल पर हुआ...

शहर में ऑटो किराया का मामला तूल पकड़ रहा
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 09 Dec 2022 09:40 PM
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रांची। वरीय संवाददाता

राजधानी में ऑटो किराया का मामला तूल पकड़ रहा है। राजधानी में ऑटो चालकों की मनमानी को लेकर आरटीए जल्द ही विभिन्न मार्गों पर निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के दौरान ऑटो सवारियों से लिए जा रहे मनमाने किराए की जानकारी हासिल करेगी। जानकारी मिलने के बाद वह अगला कदम उठाएगी। यदि जरुरत हुई तो भाड़ा का पुनर्निधारण भी किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर यात्री व ऑटो संगठनों की राय ली जाएगी।

शहर में कोरोना के बाद जनजीवन सामान्य होने के बाद भी सामाजिक दूरी के हिसाब से तय किराए लिए जा रहे हैं। ऑटो का नया और सामान्य किराया निर्धारण अब तक नहीं हो पाया है। विभिन्न मार्गों में ऑटो चालकों की मनमानी के कारण शहरवासी अधिक किराया देने के लिए विवश हैं।

कोरोना की दूसरी लहर (अप्रैल 2021) के बाद जुलाई 2021 में रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) ने सभी महासंघों और यात्री संघ की सहमति से भाड़ा तय किया था। इसमें सामाजिक दूरी के लिहाज से आटों में तीन और बड़े ऑटो में चार सवारी बिठाने को लेकर किराया निर्धारण किया गया था। ऑटो चालक विशेष किराया अब तक ले रहे हैं। गत मार्च से लेकर जुलाई तक पेट्रोल-डीजल के लगातार दाम बढ़ने से किराए में और वृद्धि हुई। ऑटोवाले अब तीन-चार नहीं, बल्कि सात या इससे अधिक सवारी लेकर चल रहे हैं। बावजूद विशेष किराया लिया जा रहा है। संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण ऑटो चालक मौके का फायदा उठा रहे हैं।

इस मामले पर झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ ने नए किराया निर्धारण करने की पहल की है। महासंघ ने इसके निर्धारण के लिए वर्ष 2021 में किए गए निर्धारण की कॉपी की मांग आरटीए से की है। महासंघ के अनुसार आरटीए ने इसकी कॉपी नहीं दी है। इस कारण किराए का मामला सुलझ नहीं रहा।

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किराए के मामले में जांच करनी होगी। इसके लिए विभिन्न रूटों में ऑटो में सवार यात्रियों से लिए जा रहे किराए की जानकारी लेंगे। इसका निरीक्षण किया जाएगा। महासंघ के पास किराया तय करने का अधिकार नहीं है। पुरानी फाइल को भी देखना होगा। 2021 में जो भाड़ा तय किया गया था, उसकी कॉपी सबके पास है। फिर भी 2021 में तय किए भाड़े की कॉपी चाहिए, तो वह भी उन्हें दी जाएगी।

एसएन राम, आरटीए सचिव

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