पिता को अस्पताल में भर्ती कराने में बेटी के छूटे पसीने, प्राइवेट अस्पताल ने बेड का रोना रोया, तो रिम्स में नहीं था ऑक्सीजन सिलिंडर
कोरोना संक्रमित पिता को एक बेटी मांडर से रांची लेकर इसलिए पहुंची, ताकि उनका इलाज जल्दी और बेहतर होगा, लेकिन बेटी को पिता को अस्पताल में भर्ती करने...
रांची। संवाददाता
कोरोना संक्रमित पिता को एक बेटी मांडर से रांची लेकर इसलिए पहुंची, ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके, लेकिन बेटी को पिता को अस्पताल में भर्ती कराने में ही पसीना छूट गया। मांडर के एक अस्पताल से एक युवती गुरुवार को अपने पिता को बेहतर इलाज के लिए रांची लेकर आई।
सबसे पहले वह एक निजी अस्पताल पहुंची। वहां करीब डेढ़ घंटे तक पिता को भर्ती करने के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन उसे यह कहकर लौटा दिया गया कि बेड खाली नहीं है। इसके बाद युवती रिम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंची। यहां उसे कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा गया। पिता को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह बार-बार ऑक्सीजन देने की मांग डॉक्टरों और रिम्स के कर्मचारियों से कर रही थी। रिम्स की ओर से कहा गया कि अभी ऑक्सीजन सिलेंडर खाली नहीं है, इसलिए उसे इंतजार करना पड़ेगा।
करीब दो घंटे तक वह युवती परेशान रही। दोपहर लगभग तीन बजे इस युवती के पिता को भर्ती किया गया। युवती ने बताया कि बेहतर इलाज के लिए पहले निजी अस्पताल गई, तो वहां से लौटा दिया गया। रिम्स पहुंचने के बाद भी घंटों इंतजार करना पड़ा। पिता को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, लेकिन कोई सुननेवाला नहीं था। इस बीच कई एंबुलेंस मरीज को लेकर वहां पहुंच रहे थे। सभी मरीजों के परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
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