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अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के कार्यों की जांच विधानसभा समिति करेगी

सरकार छत्तीसगढ़ के अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के कार्यों की जांच विधानसभा की कमेटी से कराएगी। यह कंपनी झारखंड में रोड सहित कई अन्य विभागों का काम करती...

अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के कार्यों की जांच विधानसभा समिति करेगी
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 18 Mar 2020 11:48 PM
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सरकार छत्तीसगढ़ के अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के कार्यों की जांच विधानसभा की कमेटी से कराएगी। यह कंपनी झारखंड में रोड सहित कई अन्य विभागों का काम करती है। इसकी घोषणा पथ निर्माण विभाग के प्रभारी सह कृषि मंत्री बादल ने की। वह बुधवार को विधानसभा में निर्दलीय विधायक सरयू राय के सवालों का जवाब दे रहे थे।कंपनी को दिया गया अवैध तरीके से कामप्रश्नकाल में विधायक सरयू राय ने पथ निर्माण विभाग से संबंधित सवाल पूछा था। उन्होंने कहा कि अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को अवैध तरीके से काम दिया गया है। उन्होंने कहा कि हंटरगंज-पांडेपुर-प्रतापपुर पथ के चौड़ीकरण का काम 7933.149 लाख रुपए की लागत पर मार्च 2017 में इस कंपनी को दिया गया था। जबकि 13 जनवरी 2017 को इंडियन कंपनी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत इस कंपनी को कार्य अनुभव ही नहीं है। इस कंपनी को मेराल-बाना-अंबापोखरिया पथ का काम भी निविदा समिति द्वारा 3 अक्तूबर 2019 को आवंटित हुआ था। इसके अनियमित ठहराते हुए झारखंड उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया था। अनुभव नहीं होने के बावजूद इस कंपनी को पथ निर्माण विभाग द्वारा कार्य आवंटित हुए। नाम लिए बगैर सरयू ने रघुवर पर साधा निशानाःसरयू राय ने कहा कि अनुभव नहीं रहने के बावजूद कंपनी को काम देने की जांच होनी चाहिए। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नाम लिए बगैर इशारा करते हुए कहा कि कंपनी के मालिक का छत्तीसगढ़ में होटल है। इस होटल से एक प्रभावशाली व्यक्ति के बेटे की शादी भी हुई थी। यह उपकृत करने के लिए किया गया था। होटल का कितना बिल हुआ, कितना भुगतान हुआ, क्या यह जांच का विषय नहीं है। महाधिवक्ता के नाम पर बिफरे सरयूःमंत्री बादल ने जवाब में कहा कि यह कंपनी पहले प्रोपराइटर कंपनी थी। जिससे प्राइवेट लिमिटेड किया गया। यह कंपनी पुनर्गठन का मामला है। इसे पूर्व के अनुभव और पूर्व महाधिवक्ता की सलाह ले कर काम दिया गया था। मामला अभी भी हाईकोर्ट में है। वहां से फैसला आने के बाद सरकार उसके अनुसार कदम उठाएगी। इसपर सरयू राय ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पूर्व महाधिवक्ता के बारे में भी मैंने सदन में सवाल पूछा है। उनके कई सलाह विवादों में रहे हैं। तीन-चार लोगों का एक नेटवर्क है, जो एक दूसरे की सलाह लेकर अनियमितता को अंजाम देते रहते हैं। इससे राज्य को भारी नुकसान होता है। आखिर सरकार जांच से क्यों डरती है।प्रदीप और बंधु ने भी दिया साथःसरयू राय का साथ विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने भी दिया। प्रदीप ने कहा कि सरयू राय का आरोप बड़ा है। होटल में शादी का मामला उन्होंने उठाया है, वह पथ निर्माण विभाग के मंत्री सह तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास से जुड़ा है। इसलिए इसकी एसआईटी से जांच होनी चाहिए। बंधु ने कहा कि जब मेरा मामला कोर्ट में होने के बाद भी जांच कराई जा सकती है, तो इस मामले को क्यों नहीं।बदले की भावना से नहीं, सदस्यों की राय से जांचःसरकार पर जांच के लिए दबाव बढ़ता देख भाजपा के विधायक वेल में पहुंच गए और शोर मचाने लगे। उन्होंने सरकार पर विधायकों के दबाव में आने का आरोप लगाया। इस बीच प्रभारी मंत्री बादल ने कहा कि सरकार किसी भी मामले में बदले की भावना से काम नहीं करना चाहती। सभी सदस्यों की राय है कि मामले की जांच हो तो इसके लिए विधानसभा की एक समिति गठित की जाएगी।

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