दुर्लभ बीमारी बाइलेट्रल यूरेट्रोकोइल की सफल सर्जरी
रांची के ऑर्किड अस्पताल में 35 वर्ष की महिला की बाइलेट्रल यूरेट्रोकोइल की सफल सर्जरी की गई। महिला पिछले कई महीनों से पेट में दर्द और पेशाब करने में दिक्कत से जूझ रही थी। डॉ. अरविंद कुमार प्रभात ने...

रांची, संवाददाता। रांची के ऑर्किड अस्पताल में दुर्लभ बीमारी बाइलेट्रल यूरेट्रोकोइल की सफल सर्जरी की गई। 35 वर्ष की महिला जो पिछले कई महीनो से पेट में दर्द, उल्टी करने का मन करना, और पेशाब करने में दिक्कत, की समस्या से जूझ रही थी उसने आर्किड में परामर्श किया। ऑर्किड के प्रमुख यूरोलॉजिस्ट और यूरो सर्जन डॉ अरविन्द कुमार प्रभात ने परामर्श के दौरान यह पाया कि महिला को दोनों यूरेटर के निचले भाग में बाइलेट्रल यूरेट्रोकोइल है। यह एक दुर्लभ बीमारी है जो की 4000 महिलाओं में से एक में ही पाई जाती है। डॉ अरविंद कुमार प्रभात ने महिला का तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया और महिला को लेजर एक्सिजन विधि से ऑपरेट किया। मात्र दो दिन के अंदर ही महिला को डिस्चार्ज भी कर दिया गया। डॉ अरविंद कुमार ने इस विधि के खासियत को दर्शाते हुए बतलाया कि लेजर विधि से ऑपरेशन करने पर मरीज को बहुत कम अंतराल अस्पताल में बिताना पड़ता है और स्वस्थ होकर भी जल्दी ही अपनी दिनचर्या शुरू कर सकते हैं।
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