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खूंटी चेम्बर के आह्वान पर बंद रहीं दुकाने, 50 लाख का कारोबार हुआ प्रभावित

झारखंड राज्य कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक बिल को झारखंड सरकार द्वारा मंजूरी दिए जाने के विरोध में बुधवार को फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड...

खूंटी चेम्बर के आह्वान पर बंद रहीं दुकाने, 50 लाख का कारोबार हुआ प्रभावित
हिन्दुस्तान टीम,रांचीThu, 09 Feb 2023 01:30 AM
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खूंटी, मुरहू, तोरपा, हिटी।

झारखंड राज्य कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक बिल को झारखंड सरकार द्वारा मंजूरी दिए जाने के विरोध में बुधवार को फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आह्वान पर जिला के लगभग 500 से अधिक गल्ला-किराना दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। इस कारण लगभग 50 लाख रुपये से अधिक का व्यवसाय प्रभावित हुआ।

इसी के तहत खूंटी चैंबर अध्यक्ष ज्योति सिंह ने कहा कि रांची में आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में 15 फरवरी से गल्ला-किराना से जुड़े हुए वस्तुओं की आवक एवं बिक्री को अनिश्चितकालीन बंद करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार व्यापारी वर्ग अटूट एकजुटता व पूरी ताकत के साथ सरकार की गलत व्यापारिक नीतियों का विरोध करेगी। इसके बाद भी यदि सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ती है तो उन्हें दूरगामी परिणाम भी भुगतना होगा।

विदित हो कि इस बिल के झारखंड में लागू होने के पश्चात मोटे अनाज धान, चावल, गेहूं, आटा, मीट, मच्छली समेत अन्य खाद्यान्न वस्तुओं में वर्तमान दर में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाएगी। जो सरसों तेल वर्तमान में 150 में मिल रहा था, वही बिल लागू होने के बाद 160 से 165 तक हो जाएगा। इसी तरह चावल की वर्तमान दर में 40 बढ़ोतरी के बाद 50, आटा वर्तमान में 42 बढ़ोतरी के बाद 50 से 52, मसूर दाल की कीमत वर्तमान में 85 बढ़ोतरी के बाद 95 से 100 रुपये तक बढ़ जाएगी। इसका असर महंगाई की मार पहले से झेल रहे आम लोगों पर पड़ेगा।

दूसरी ओर खाद्यान्न कारोबारियों के साथ राशन डीलरों की हड़ताल के कारण बाजारों में सामग्री की खरीदारी करने आए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उनका कहना है कि राशन डीलर और व्यापारी वर्ग दोनों ही सरकार से नाखुश हैं, जिसका असर आम लोगों पर पड़ रहा है। अभी वर्तमान में शादी-विवाह का लग्न है। इसमें खाने-पीने की सारे सामग्रियों की जरूरत रहती है। लेकिन, शहर की दुकान बंद होने के कारण सबसे अधिक परेशानी लोगों को हुई।

जिला मुख्यालय समेत मुरहू प्रखंड अधिकतर दुकानें बंद रहीं। इसी कारण खरीदारी करने वाले लोगों की अधिक भीड़ शहर में दिखाई नहीं पड़ी। तोरपा, कर्रा समेत अन्य जगहों में छिटपुट दुकानें खुली रहीं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी दुकानें बंद होने के कारण थोड़ी बहुत समस्याएं उत्पन्न हुई।

तोरपा : बिल वापस लेने तक विरोध

कृषि विपणन शुल्क के विरोध में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर बुधवार को तोरपा के खाद्यान्न व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। दिनभर सभी किराना दुकानें बंद रहीं। किराना दुकानदारों ने कहा कि किसी भी रूप में यह विधेयक मंजूर नहीं है। इस विधेयक से कृषि का उत्पादन व व्यापार में कमी आयेगी। बिल के विरोध में पूरे राज्य के व्यापारी एकजुट हैं और इसे वापस नहीं लेने तक आंदोलन जारी रखेंगे।

मुरहू : बिल अविलंब वापस ले सरकार

झारखंड राज्य कृषि उपज एवं पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक-2022 को झारखंड द्वारा मंजूरी दिए जाने के विरोध में बुधवार को झारखंड चैंबर के आह्वान पर मुरहू के सभी गल्ला और किराना की दुकानें सुबह से ही बंद रही। सरकार के इस विधेयक को व्यापारियों ने अविलंब वापस लेने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने तक चरणबद्ध आंदोलन में व्यापारी एकजूट होकर सड़क पर उतरेंगे।

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