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शहरी क्षेत्र में 500 रुपये प्रतिदिन कमाई का रोडमैप हो रहा तैयार

शहरी क्षेत्र में 500 रुपये प्रतिदिन कमाई का रोडमैप हो रहा तैयार । शहरी क्षेत्र में 500 रुपये प्रतिदिन कमाई का रोडमैप हो रहा...

शहरी क्षेत्र में 500 रुपये प्रतिदिन कमाई का रोडमैप हो रहा तैयार
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 06 May 2020 09:26 PM
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मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में पलायन अधिक होने के बावजूद केंद्र सरकार ने मनरेगा मजदूरी की दर 194 रुपये निर्धारित की है। यह मानवीय पहलुओं को दरकिनार करना है। जिन राज्यों में पलायन अधिक है वहां मनरेगा मजदूरी दर सम्मानजनक होने चाहिए ताकि पलायन न हो। झारखंड सरकार ने लौट रहे प्रवासी मजदूरों को उनके गांव में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 25 से 30 करोड़ मानव कार्य दिवस उत्पन्न करने के तीन योजनाएं दो दिन पहले लांच की है। अब शहरी क्षेत्र में रोजगार का अवसर पैदा करने के लिए बड़े स्तर पर कार्य योजना बनाई जा रही है। बहुत जल्द सरकार अपने इस रोडमैप को लेकर सामने आएगी। कोशिश की जा रही कि मजदूरों को प्रतिदिन 500 रुपये कमाई का अवसर मुहैया कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रणनीति देश के साथ हर राज्य की हर दिन बदल रही है। झारखंड की चुनौती मजदूरों के लौटने से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य आर्थिक गतिविधियों को चालू करने के लिए मजदूरों को वापस जाने से रुकने का आग्रह कर रहे हैं। अगर मजदूरों को पहले सम्मान मिलता तो उनकी इतनी फजीहत नहीं होती। यह समझना होगा कि झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल के मजदूर वापस लौट आयें तो कई राज्यों को अपनी अर्थव्यवस्था संभालने में मुश्किल खड़ी हो जाएगी। जब तक प्रवासी झारखंडी लौटना चाहेंगे सरकार व्यवस्था करेगी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया को बताया कि लॉक डाउन के दौरान राज्य में करीब दो लाख लोग लौट चुके हैं। पिछले पांच दिनों में करीब 18 से 20 हजार छात्र और श्रमिक लौट चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लौटने वाले हर मजदूर और छात्र पर सरकार कड़ी नजर रख रही है। वापस आना चाहने वाले हर व्यक्ति और छात्र को सुरक्षित वापस लाने और सकुशल घर पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है और तब तक उन्हें वापस लाने की व्यवस्था करेगी जब तक वह वापस आना चाहेंगे। मुसीबत में मदद सरकार का कर्तव्य, धन्यवाद न दें : हेमंत सोरेनरांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि लॉकडाउन में फंसे झारखंडवासी अपने घर सकुशल पहुंच रहें हैं। उन्होंने लौट रहे लोगों से आग्रह किया है कि वह धन्यवाद अदा न करें। यह सरकार का कर्तव्य है कि मुसीबत में फंसे राज्यवासियों की सेवा करे। अभी भी राज्य के कई लोग अपने घर वापस आने को उत्सुक हैं। राज्य सरकार पूरी कोशिश कर रही। ऐसे फंसे लोगों को अपने घर पहुंचाने की। मुख्यमंत्री से वीडियो साझा कर लेस्लीगंज, पलामू के प्रवासी श्रमिकों ने कहा कि शुक्रिया झारखंड सरकार का। राज्य सरकार जुगाड़ कईलस त पहुंचली आपन देश। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रवासी श्रमिकों से आग्रह किया कि कृपया वह धन्यवाद न दें। यह तो सरकार का दायित्व है।

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