ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीव्याख्याता नियुक्ति नियमावली के विरोध में विश्वविद्यालय बंद

व्याख्याता नियुक्ति नियमावली के विरोध में विश्वविद्यालय बंद

सहायक प्राध्यापक नियुक्ति नियमावली में संशोधन की मांग को लेकर शोधार्थियों ने शुक्रवार को रांची विश्वविद्यालय और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविश्वद्यालय बंद कराया। 'झारखंड हायर एजुकेशन स्टूडेंट्स...

व्याख्याता नियुक्ति नियमावली के विरोध में विश्वविद्यालय बंद
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 07 Sep 2018 07:03 PM
ऐप पर पढ़ें

नहीं चलीं कक्षाएं, परीक्षाओं को बंद से मुक्त रखा गया

सहायक प्राध्यापक नियुक्ति नियमावली में संशोधन की मांग को लेकर शोधार्थियों ने शुक्रवार को रांची विश्वविद्यालय और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविश्वद्यालय बंद कराया। झारखंड हायर एजुकेशन स्टूडेंट्स एसोसिएशन (झेसा) की ओर से आयोजित इस बंद को एनएसयूआई, आजसू, झारखंड छात्र मोर्चा, राजद छात्र इकाई, आम आदमी पार्टी छात्र इकाई आदि विभिन्न छात्र संगठनों का समर्थन मिला। बंद के मद्देनजर रांची विश्वविद्यालय के मोरहाबादी स्थिति पीजी कैंपस, शहीद चौक स्थित प्रशासनिक भवन और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस बल तैनात था। बंद शांतिपूर्ण रहा।

बंद समर्थकों ने सबसे पहले रांची विश्वविद्यालय पीजी कैंपस का ब्लॉक बी बंद कराया। इसके बाद ब्लॉक सी, टीआरएल विभाग और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बंद कराए गए। रांची विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) में परीक्षा चल रही थी। परीक्षा को बंद से मुक्त रखा गया। इसके बाद शोधार्थी व विभिन्न छात्र संगठनों के प्रतिनिधि शहीद चौक स्थित रांची विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंचे। वे अपनी मांगों को लेकर प्रति कुलपति से वार्ता करना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।

बंद को विद्यार्थियों और शोधार्थियों का समर्थन मिला। कक्षाएं नहीं चलीं। झेसा के दीपक भगत ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में आंदोलन होगा। प्रदर्शन में झेसा के अमिताभ, शशि कपूर, रिंकू, आजसू के हरीश कुमार, जेसीएम के अनिकेत, अजीत विश्वकर्मा, एनएसयूआई के इंद्रजीत सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता व शोधार्थी शामिल थे।

शोधार्थियों की मांगें

नियुक्ति का आधार 2017 का रोस्टर हो, जिसमें यूजीसी के नियमों को लागू किया जाए ।

बैकलॉग के नियमों का पालन हो, दिव्यांगों के लिए पद सृजित किए जाएं

अकादमिक में 85 अंक और साक्षात्कार में 15 अंक के नियम में बदलाव हो।

जेटेट की परीक्षा आयोजित की जाए

शोध छात्रों से शैक्षणिक अनुभव की मांग गलत है

मैट्रिक व इंटर के लिए अलग-अलग बोर्ड के आधार पर अंक का निर्धारण हो।

रांची विश्वविद्यालय के 17 विषयों के लिए एक भी पद रिक्त पद नहीं दिया गया है, यह त्रुटि दूर की जाए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें