पारंपरिक ज्ञान परंपरा शिक्षा प्रणाली के लिए मार्गदर्शक: डॉ मिथिलेश
रांची में संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के चौथे दिन शिक्षा में इंडीजीनस नॉलेज सिस्टम की प्रासंगिकता पर तकनीकी सत्र आयोजित किया गया। डॉ मिथिलेश कुमार सिंह...

रांची। संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन में आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के चौथे दिन शिक्षा में इंडीजीनस नॉलेज सिस्टम की प्रासंगिकता विषय पर तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के डॉ मिथिलेश कुमार सिंह ने रिसोर्स पर्सन के रूप में कहा कि जनजातीय भाषाएं, लोक-संस्कृति एवं पारंपरिक ज्ञान परंपरा हमारी सांस्कृतिक विरासत होने के साथ-साथ भविष्य की शिक्षा प्रणाली के लिए भी मार्गदर्शक हो सकती हैं। उन्होंने शिक्षा के पाठ्यक्रमों में इन तत्वों के समावेशन की आवश्यकता पर बल दिया। इस सत्र का मुख्य फोकस नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत जनजातीय क्षेत्रों में डिजिटल परिवर्तन एवं पारंपरिक ज्ञान के प्रोत्साहन पर केंद्रित था।
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