जनजातीय क्षेत्रों में जरुरत के हिसाब से आगामी वर्ष 2020-2021 के लिए बजट तैयार की जा रही है। ताकि जनजातीय क्षेत्रों में विकासात्मक कार्य किया जा सके। यह बजट पर चर्चा झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसाइटी के माध्यम से की जा रही है। आयोजन मोरहाबादी स्थित ट्राइबल म्यूजियम सभागार में की जा रही है। बजट पर चर्चा तीन दिनों तक होगी। जानकारी दी गई कि सोसाइटी के द्वारा 14 ट्राइबल सब प्लान एरिया के 1781 गांवों में विकासात्मक कार्य किया जा रहा है। सरकार की योजनाओं से दो लाख 17 हजार जनजातीय परिवारों को जोड़ा गया है। उन्हीं के लिए तीन दिवसीय परिचर्चा में मंथन किया जा रहा है। ताकि जिस क्षेत्र में जैसी जरुरत हो। उसी के आधार पर योजना का लाभ दिया जाए और जनजातीय समुदाय को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। बताया, यदि जिस क्षेत्र में खेती बाड़ी, बागवानी, रोजकार के लिए मुर्गा फार्म खोलने पर मंथन किया गया। इसमें ट्राइबल सब प्लान जिलों से करीब 70 प्रतिनिधि शामिल हुए है। सोसाइटी के बजट पर चर्चा के उपरांत गांव स्तर पर चर्चा की जाएगी। यदि सोसाइटी स्तर पर बनाई गई योजना पर ग्रामीण संतुष्ट नही होते हैद। तो इसमें बदलाव होगा। साथ ही योजना की मॉटेरेरिंग कैसे करना है, योजना का क्रियान्वय कैसे किया जाए। इस पर विसतार से चर्चा की जा रही है। मौके पर सोसाइटी के परियोजना का निदेशक भुजेंद्र बास्की के अलावा उपनिदशेक आशीष कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
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