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रांची शहर की सफाई करने वाले कर्मी हड़ताल पर, निगम में भी काम ठप 

रांची नगर निगम में एक बार फिर गुरुवार को काम पूरी तरह से ठप रहा। एक तरफ वेतन नहीं मिलने से नाराज एस्सेल इंफ्रा मोरहाबादी व खेलगांव कचरा ट्रांसफर स्टेशन (एमटीएस) के 240 से अधिक सफाईकर्मी हड़ताल पर चले...

रांची शहर की सफाई करने वाले कर्मी हड़ताल पर, निगम में भी काम ठप 
रांची, वरीय संवाददाताThu, 21 Feb 2019 09:52 PM
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रांची नगर निगम में एक बार फिर गुरुवार को काम पूरी तरह से ठप रहा। एक तरफ वेतन नहीं मिलने से नाराज एस्सेल इंफ्रा मोरहाबादी व खेलगांव कचरा ट्रांसफर स्टेशन (एमटीएस) के 240 से अधिक सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गये है, वहीं निगम परिसर में कार्यरत कर्मचारी अपने मांगों को लेकर करीब 4 से 5 घंटे सांकेतिक हड़ताल पर रहे। इससे निगम कार्यालय में कार्य पूरी तरह से ठप रहा। जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने वालों को सबसे अधिक दिक्कत हुई। उन्हें वापस लौटना पड़ा। दूसरी तरफ सफाईकर्मियों के हड़ताल के कारण करीब आठ वार्डों में कचरा नहीं उठ पाया। सफाईकर्मी की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रहने की संभावना है।

फिर चरमराई शहर की सफाई व्यवस्था
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से मोरहाबादी एमटीएस में आने वाले कई वार्डों की सफाई व्यहवस्था चरमरा गयी। इससे न घरों से कूड़ा उठा और न ही शहर में साफ-सफाई हुई। पहले से ही सफाई कर्मचारियों की कमी थी और अब अपनी मांगों को लेकर ये कर्मचारी हड़ताल पर हैं, ऐसे में यह सवाल पैदा होता है कि आखिर अब इन वार्डों में क्या निगम सफाई कार्य करेगा। सफाई कर्मचारियों के काम पर वापस न लौटने की स्थिति में इन वार्डों में गंदगी का अंबार लगने लगा है। कर्मचारियों का कहना है कि जबतक मांग नहीं मानी जायेगी, तबतक हड़ताल जारी रहेगा।

नाराज 11 पार्षद सौंप चुके हैं ज्ञापन
हाल में ही 33 वार्डों में सफाई कार्य नहीं होने से नाराज 11 पार्षद के समूह ने नगर आयुक्त से मिल कंपनी को हटाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा था। इसपर अधिकारियों द्वारा कंपनी को शो-कॉज नोटिस भी भेजा गया है। 27 फरवरी को होने वाली निगम बोर्ड की बैठक में कंपनी को टर्मिनेट करने का निर्णय लिया जा सकता है।

15 दिनों से चल रही है निगमकर्मियों की हड़ताल 
निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश राम ने बताया कि कर्मी पिछले 15 दिनों से अपने मांगों को लेकर कई बार अधिकारियों से बात कर चुके हैं। फिर भी उनके मांगों पर अभी तक विचार नहीं किया गया है। संघ के मांगों में 7वें वेतनमान का लाभ देना, दैनिक कर्मचारियों का स्थायीकरण, पदोन्नति और वेतनवृद्धि के लिए एमएसीपी का लाभ कर्मियों को देना शामिल है। 
 

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