झारखंड के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ र्है। उड़ीसा के उत्तरी भाग में व्यापक क्षेत्र पर बने साईक्लोनिक सर्कुलेशन से अब गहरे निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना बढ़ गई है। इससे पूरे झारखंड में 15 अगस्त तक बारिश होने के आसार हैं। रविवार को राजधानी समेत राज्य के विभिन्न भागों में बारिश शुरू हो गई है। रांची में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यहां 17 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसके अलावा राज्य में रामगढ़, हजारीबाग, नंदाडीह, कोनेर, पुटकी आदि जगहों में भी बारिश हुई है। संताल, पलामू से लेकर कोल्हान प्रमंडल के ऊपर बादल छाए हुए हैं। अगले 24 घंटे के बाद राज्य पर छाए बादल और घने होंगे। कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है।
पूर्वानुमान के बावजूद राज्य में कम बारिश हो रही है। बारिश में कमी का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में वर्षापात में कमी बढ़कर 28 फीसदी तक पहुंच चुकी है। राज्य में अब तक मात्र 482.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। सामान्य बारिश से यह 185.5 मिलीमीटर कम है। अगर अगले चार दिन पूर्वानुमान के अनुरूप बारिश नहीं हुई तो धान का रोपा कार्य प्रभावित हो सकता है। रोपा के लिए अब केवल चार दिन ही शेष रह गए हैं। अगर पूर्वानुमान के अनुरूप बारिश नहीं हुई तो इसका असर खेती पर पड़ेगा।
परिस्थियां अनुकूल, 24 घंटे बाद अच्छी बारिश की उम्मीद
भारत मौसम विभाग के निदेशक बीके मंडल ने बताया कि राज्य के ऊपर मानसून सक्रिय हुआ है। लेकिन इसके मजबूत होने का इंतजार है। 24 घंटे के बाद राज्य में अच्छी बारिश की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि मानसून ट्रफ अमृतसर, पाटियाला, हरदोई, वाराणसी, डॉल्टनगंज, भुवनेश्वर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक कायम है। इसके अलावा झारखंड से पश्चिमी मध्य खाड़ी से होकर आंध्र प्रदेश के तटीय भाग तक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। तीसरा सिस्टम उड़ीसा के उत्तरी भाग के ऊपर व्यापक साईक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इससे एक गहरे निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना बढ़ गयी है। 24 घंटे बाद इसके प्रभावी होने की संभावना है। झारखंड का मौसम इससे ज्यादा प्रभावित होगा। मानसून के मजबूत होने की सारी परिस्थितयां अनुकूल हैं। 15 अगस्त तक राज्य के ऊपर बादल छाए रहेंगे। इस दौरान दो-एक स्थानों पर भारी बारिश होने की भी चेतावनी जारी की गई है।