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भीड़ के कारण बोगी में चढ़ नहीं पा रहे रेल यात्री

छठ महापर्व के दौरान बिहार जानेवाली ट्रेनों में भीड़ के कारण रेल यात्री चढ़ नहीं पा रहे हैं। मंगलवार को भी रांची स्टेशन में बिहार जानेवाले यात्रियों के कारण गहमा-गहमी रही। दिन भर यात्रियों की भीड़...

भीड़ के कारण बोगी में चढ़ नहीं पा रहे रेल यात्री
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 25 Oct 2017 12:22 AM
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छठ महापर्व के दौरान बिहार जानेवाली ट्रेनों में भीड़ के कारण रेल यात्री चढ़ नहीं पा रहे हैं। मंगलवार को भी रांची स्टेशन में बिहार जानेवाले यात्रियों के कारण गहमा-गहमी रही। दिन भर यात्रियों की भीड़ रही। विभिन्न ट्रेनों के कोच में रेल यात्रियों की ठस्सम ठस भीड़ रही। इस कारण सामान्य बोगी के यात्रियों को कोच में चढ़ने के लिए खास मशक्कत करनी पड़ी। कई यात्रियों ने भीड़ के कारण बोगी में चढ़ने का इरादा बदल लिया। इन यात्रियों ने दूसरी ट्रेनों से जाने का मन बना लिया। सबसे ज्यादा भीड़ मौर्य एक्सप्रेस में रही। खरना के दिन तक अपने गांव में छठ महापर्व की छटा निहारने के लिए सैकड़ों लोग सामान्य टिकटों पर ही रवाना हुए।

सभी ट्रेनों में भीड़

खासकर रांची से जनशताब्दी एक्सप्रेस, रांची जयनगर एक्सप्रेस, भागलपुर वनांचल, वैद्यनाथधाम इंटरसिटी, हटिया पटना एक्सप्रेस, रांची दुमका एक्सप्रेस, पाटलीपुत्र एक्सप्रेस में भीड़ रही। भीड़ का आलम यह रहा कि महिलाएं भी बोगी के दरवाजे पर खड़ी होकर सफर करने को विवश रहीं।

कई यात्रियों ने छोड़ी ट्रेन

भीड़ के कारण कई यात्रियों ने मंगलवार को ट्रेन छोड़ दी। खासकर इससे धनबाद और बोकारो जानेवाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। मंगलवार को मौर्य से जानेवाले एक समूह के सात सदस्यों ने ट्रेन के पूरी रेक में सफर के लिए खाली बोगी के लिए दौड़ लगायी। अंतत: नाकामयाब रहे और मौर्य एक्सप्रेस से सफर करने का मन बदल लिया। इस समूह के यासीन अंसारी ने बताया कि काफी कोशिश की सभी लोग एक बोगी में चढ़ जाए। लेकिन संभव नहीं हो सका। वह सात लोग हैं और धनबाद जाना था। अब शाम और रात में दूसरी ट्रेनों से जाने की कोशिश करेंगे।

बसों में यात्री बेहाल

बसों का सफर भी दुर्गम हो गया है। बिहार के विभिन्न शहरों में यात्रियों की संख्या के मुताबिक बसें चलायी जा रही है। बस ऑनर एसोसिएशन के कृष्ण मोहन सिंह ने बताया कि यात्रियों की भीड़ ज्यादा है। अधिकांश बस मालिक विभिन्न रूट की बसें बिहार के लिए चला रहे हैं। अधिकांश भीड़ छंट चुकी है। खरना के दिन भीड़ में थोड़ी कमी आने की संभावना है। अन्य वैकल्पिक व्यवस्था में टैक्सी और ओला कैब से लोग बिहार का सफर कर रहे हैं।

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