इच्छाशक्ति से ही पर्यावरण की सुरक्षा : नीरा
शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा है कि इच्छाशक्ति से ही पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों से वृक्षारोपण...
शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा है कि इच्छाशक्ति से ही पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों से वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया गया है। हर पौधे के सामने उस बच्चे के नाम का बोर्ड लगाया जाएगा, ताकि उनमें पौधे के प्रति प्यार और उसके देखरेख की भावना जागृत हो सके। विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय में पर्यावरण का अलग विभाग खोला गया है।
मंत्री बुधवार को आड्रे हाउस में युगांतर भारती द्वारा आयोजित पर्यावरण मेला में राज्यभर के स्कूली बच्चों के बीच आयोजित निबंध और चित्रांकन प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कभी भी जंगल का विकल्प नहीं हो सकता। पेड़ लगाकर हमें मानसिक संतुष्टि भले मिल जाए, लेकिन जंगल की जैवविविधता की भरपाई यह नहीं कर सकता। हाल में वे सिंगापुर गई थीं। वहां सड़क बनाने के लिए पेड़ों को काटा नहीं जाता है, बल्कि उसेस दूसरे स्थानों पर लगा दिया जाता है। हमारे यहां सौ साल पुराने पेड़ों को काट दिया जाता है। झारखंड में चिड़ियों की चहचहाहट लुप्त हो रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष एवं मंत्री सरयू राय ने कहा कि यदि लोग अपनी आदतों में सुधार करें तो पर्यावरण की स्थिति में सुधार हो सकता है। पर्यावरण को लेकर सभी व्यक्ति को सजग होना चाहिए। धरती के प्रति कर्तव्य का निर्वाह करना हम सभी का फर्ज है। कार्यक्रम को नदी विशेषज्ञ डॉ दिनेश मिश्रा ने भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, खाद्य आपूर्ति सचिव डॉ अमिताभ कौशल एवं रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश पांडेय उपस्थित थे।