रांची रेलवे स्टेशन से मात्र छह ट्रेनों का हो सका परिचालन
टोटेमिक कुड़मी विकास मोर्चा ने रेल-टेका आंदोलन के तहत बुधवार को झारखंड के चार स्टेशनों पर अनिश्चतकालीन रेल रोको आंदोलन चलाया। इस कारण रांची रेलमंडल...
रांची, वरीय संवाददाता।
टोटेमिक कुड़मी विकास मोर्चा ने रेल-टेका आंदोलन के तहत बुधवार को झारखंड के चार स्टेशनों पर अनिश्चतकालीन रेल रोको आंदोलन चलाया। इस कारण रांची रेलमंडल अंतर्गत रांची स्टेशन से दिनभर में मात्र छह ट्रेनों का ही परिचालन हो सका। मोर्चा ने अनुसूचित जनजाति में कुड़मी को शामिल करने व संविधान की आठवीं अनुसूची में कुड़माली भाषा को शामिल करने की मांग को रेल रोको आंदोलन चलाया।
आंदोलनकारियों ने मुरी रेलवे स्टेशन, गोमो स्टेशन, नीमडीह रेलवे स्टेशन व घाघरा रेलवे स्टेशनों को जाम कर दिया। इसके अलावा ओडिशा के हरिचंदनपुर रेलवे स्टेशन, जराईकेला रेलवे स्टेशन और भंजपुर रेलवे स्टेशनों पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। इस कारण इन रूटों से गुजरने वाली कई ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया। वहीं अधिकतर ट्रेनों को रेलवे ने परिवर्तित मार्ग से चलाया।
बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ते रहे आंदोलनकारी
सिल्ली। कुरमी/कुड़मी विकास मोर्चा का अनिश्चितकालीन रेल टेका आंदोलन सुबह आठ बजे से ही मुरी रेलवे स्टेशन पर प्रारंभ हो गया। मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल अहोदार के नेतृत्व में पहुंचे आंदोलनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रशासन की ओर से क्षेत्र में 144 धारा लागू किए जाने के बाद भी काफी संख्या में लोग आंदोलन करने मुरी पहुंचे। इस आंदोलन को रोकने के लिए प्रशासन ने रामपुर, मुरी, बंता, सिल्ली समेत 13 स्थानों पर बैरिकेडिंग की थी, फिर भी आंदोलन को रोकने में नाकाम रहा। झारखंड मोड़ के पास पुलिस प्रशासन ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया, परंतु काफी संख्या में शामिल आंदोलनकारी बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। यूनियन बैंक मुरी के पास प्रशासन की सख्ती के कारण आंदोलनकारियों ने अपना मार्ग बदल लिया।
सुबह 11 बजे मुरी आउटर ओवरब्रिज के पास ट्रैक पर बैठ गए
सुबह 11 बजे मुरी आउटर रेलवे ओवरब्रिज के पास ट्रैक पर बैठ गए। दो घंटे बाद भीड़ ट्रैक पर चलते हुए दोपहर एक बजे मुरी जंक्शन पहुंची और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। इससे रेल परिचालन प्रभावित हो गया। कई ट्रेनों को घंटों खड़ा रखना पड़ा और कई का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। इधर, मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने मांग की है कि 22 सितंबर तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र में कुड़मी-महतो को एसटी सूची में शामिल करने के लिए सांसद आवाज उठाएं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी आगे भी आंदोलन जारी रहेगा।
विधायक लंबोदर महतो समर्थन में उतरे, गिरफ्तार
शाम चार बजे गोमिया विधायक लंबोदर महतो मुरी जंक्शन पहुंचे। वहां पूर्व से तैनात मुरी पुलिस और मजिस्ट्रेट ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्हें सिल्ली थाना में बने कैंप जेल में रखा गया। शाम छह बजे तक आंदोलनकारी मुरी जंक्शन में जमे हुए थे। दूसरी ओर आपातकाल से निपटने के लिए प्रशासन ने दोपहर से ही रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी थी। रेलवे सुरक्षा बल के विशेष दस्ते और जिला पुलिस बल समेत स्थानीय प्रशासन की तैनाती के बाद भी रेल सेवा पूरी तरह प्रभावित रही।
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