ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीरांची नगर निगम में पकड़ाया तेल चोरी खेल

रांची नगर निगम में पकड़ाया तेल चोरी खेल

मच्छर-मक्खी मारने के नाम पर रांची नगर निगम में चल रहे डीजल चोरी के खेल से पर्दा उठ गया है। निगम के सहायक कार्यपालक पदाधिकारी को यह सूचना लगातार मिल रही थी कि निगम के वाहन फॉगिंग के नाम पर तेल का कूपन...

रांची नगर निगम में पकड़ाया तेल चोरी खेल
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 22 Jun 2018 02:12 AM
ऐप पर पढ़ें

मच्छर-मक्खी मारने के नाम पर रांची नगर निगम में चल रहे डीजल चोरी के खेल से पर्दा उठ गया है। निगम के सहायक कार्यपालक पदाधिकारी को यह सूचना लगातार मिल रही थी कि निगम के वाहन फॉगिंग के नाम पर तेल का कूपन तो उठाते हैं, लेकिन वे तेल नहीं भराकर इसका पैसा पंप से ले लेते हैं। बुधवार रात को इसकी सत्यता की जांच करने के लिए वे खुद कांके रोड के एक पेट्रोल पंप के सामने खड़े हो गये। यहां उन्होंने देखा कि निगम का एक वाहन तेल भराने के लिए आया। तेल भराकर जैसे ही यह वाहन मुख्य सड़क पर आया, अधिकारी ने उसे रोका। दोबारा पेट्रोल पंप में लेकर गये। वाहन के ड्रम में भरे गये तेल को मापा। इसमें पाया गया कि वाहन में केवल 30 लीटर डीजल ही है। जबकि ड्राइवर ने निगम से 80 लीटर डीजल का कूपन लिया था।

कार्यपालक पदाधिकारी ने इसके बाद फॉगिंग वाहन को ड्राइवर समेत बकरी बाजार स्थित स्टोर ले आने को कहा। यहां उससे देर रात तक पूछताछ हुई। ड्राइवर ने बताया कि इस कार्य में वह अकेले शामिल नहीं है। बल्कि कई निगमकर्मियों की मिलीभगत है।

बचा हुआ तेल भरा जाता है निजी वाहनों में: पता चला कि निगम के ड्राइवर केवल 30 लीटर तेल पंप में भराते हैं। बाकी के 50 लीटर तेल का पैसा वे खुद पंप से लेते हैं या अपने किसी परिचित के वाहन में तेल भरा देते हैं। इस काम में निगम के स्टोर में कार्यरत कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं।

पंप के मैनेजर ने कहा-गलती हो गयी: इस मामले में पेट्रोल पंप के मैनेजर ने निगम अधिकारी से कहा कि जल्दबाजी में ड्राइवर 80 लीटर की जगह 30 लीटर डीजल लेकर चला गया है, ड्राइवर दोबारा आयेगा तो हम 50 लीटर भर देंगे।

ऊपर तक पहुंचता है हिस्सा: तेल के इस खेल में कुछ बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। तेल चोरी भले ही ड्राइवर करता है, लेकिन उसका एक बड़ा हिस्सा निगम के इन अधिकारियों के पास भी आता है। यही कारण है कि अब तक किसी ड्राइवर पर कार्रवाई नहीं हुई है।

इधर, मामला पकड़ में आने के बाद बड़े अधिकारियों को बचाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केवल कार्रवाई ड्राइवर पर ही होगी और अफसरों को क्लीन चिट दे दी जाएगी।

हर महीने मिलीभगत से 10 लाख के वारे-न्यारे

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम के पास वर्तमान में 11 फॉगिंग वाहन हैं। हर वाहन के लिए प्रतिदिन 80 लीटर डीजल का कूपन इश्यू किया जाता है। लेकिन ये वाहन केवल 30 लीटर डीजल ही भराते हैं। इस प्रकार से एक वाहन के तेल से ही प्रतिदिन तीन हजार के आसपास राशि बचा ली जाती है। इस प्रकार 11 वाहनों से यह राशि प्रतिदन 33 हजार के आसपास होती है। एक माह में अगर इस राशि की गणना की जाए, तो तेल चोरी से 10 लाख रुपये का खेल निगम के ड्राइवर कर देते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें