कोयला कामगारों के वेतन समझौते पर वार्ता विफल
कोयला कामगारों के वेतन समझौते पर वार्ता विफल हो गई। जेबीसीसीआई की बैठक में कई मुद्दों पर प्रबंधन और यूनियन में सहमति नहीं बन सकी। कोलकाता में एपेक्स जेसीसी की बैठक 18 और 19 सितंबर को बुलाई गई है।...
कोयला कामगारों के वेतन समझौते पर वार्ता विफल हो गई। जेबीसीसीआई की बैठक में कई मुद्दों पर प्रबंधन और यूनियन में सहमति नहीं बन सकी। कोलकाता में एपेक्स जेसीसी की बैठक 18 और 19 सितंबर को बुलाई गई है। पहले दिन अनसुलझे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसपर सहमति बनने के बाद जेबीसीसीआई की बैठक बुलाकर वेतन समझौते पर हस्ताक्षर होगा। अगले दिन चर्चा कर कामगारों का बोनस फाईनल किया जाएगा।सीटू के डीडी रामानंदन ने बताया कि कामगार की मृत्यु के बाद आश्रितों को मिलने वाली नौकरी खत्म करने के पक्ष में प्रबंधन था। सिर्फ खदान दुर्घटना में मारे गए कामगार के आश्रितों को नौकरी देने की बात कह रहा था। इसका सभी यूनियन ने एकस्वर में विरोध किया। इसे मानने से इनकार कर दिया।एटक के लखनलाल महतो ने बताया कि प्रबंधन सप्ताह में सातों दिन काम कराने के पक्ष में था। संडे होली डे को खत्म करना चाहता है। इसपर यूनियनें सहमत नहीं थी। ठेका मजदूरों को मुआवजा देने के सवाल पर भी प्रबंधन और यूनियन में सहमति नहीं बन पाई। एचएमएच के राजेश कुमार सिंह ने बताया कि भत्तों में भारी कटौती के पक्ष में प्रबंधन था। भूमिगत खदान भत्ता को 12.5 प्रतिशत से घटाकर नौ प्रतिशत करना चाह रहा था। अन्य भत्तों में भी इसी तरह की कटौती का पक्षधर था। कटौती का यूनियनों ने विरोध किया। बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया चेयरमैन एस भट्टाचार्य ने किया।