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नेशनल हॉकी खिलाड़ी गुरुशरण ने की आत्महत्या, सरकारी क्वार्टर में फंदे पर लटक कर दी जान

नेशनल हॉकी खिलाड़ी और एजी ऑफिस में एकाउंटेंट के पद पर पदस्थापित गुरुशरण सिंह ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। गुरुशरण ने डोरंडा के एजी कॉलोनी स्थित सरकारी क्वार्टर में ही फंदे से झूलकर अपनी जान दी...

नेशनल हॉकी खिलाड़ी गुरुशरण ने की आत्महत्या, सरकारी क्वार्टर में फंदे पर लटक कर दी जान
रांची। वरीय संवाददाताTue, 25 Aug 2020 10:20 PM
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नेशनल हॉकी खिलाड़ी और एजी ऑफिस में एकाउंटेंट के पद पर पदस्थापित गुरुशरण सिंह ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। गुरुशरण ने डोरंडा के एजी कॉलोनी स्थित सरकारी क्वार्टर में ही फंदे से झूलकर अपनी जान दी है। घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है। 28 वर्षीय गुरुशरण सिंह पंजाब के रहने वाले थे। कुछ साल से वे रांची में ही रह रहे थे। रांची नौकरी करने से पहले वे पंजाब से ही नेशनल प्रतियोगिता में खेल चुके हैं। सूचना मिलने के बाद डोरंडा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

गुरुशरण की आत्महत्या की जानकारी मिलने पर डोरंडा पुलिस मौके पर पहुंची। डोरंडा थाना के एसआई शशि शेखर ने बताया कि फिलहाल शव को रांची के रिम्स अस्पताल भेज दिया गया है, ताकि पोस्टमार्टम किया जा सके। परिजनों के आने के बाद पूरा मामला साफ हो पाएगा। हालांकि अभी तक पूछताछ में किसी भी तरह का विवाद या डिप्रेशन की बात सामने नहीं आई है और न ही मौके से कोई सुसाइड नोट मिला है। ऐसे में गुरुशरण ने किस बात को लेकर आत्महत्या की है, यह परिवार वालों से पूछताछ के बाद ही मालूम चल पाएगा।

फोन नहीं उठाया, तो घर वालों ने दोस्त को की खबर

मिली जानकारी के अनुसार गुरुशरण ने मंगलवार को पंजाब में रहने वाले अपने परिजनों का फोन नहीं उठाया। कई बार फोन करने पर भी जब गुरुशरण ने फोन नहीं उठाया, तब परिजनों ने रांची में रहने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी राजन सिंह को फोन कर गुरुशरण के बारे में पूछा। राजन सिंह  एजी ऑफिस में ही कार्यरत हैं। वह जब गुरुशरण के सरकारी क्वार्टर में पहुंचे तो उसका दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा काफी खटखटाने पर भी गुरुशरण ने दरवाजा नहीं खोला। थोड़ा तेज धक्का देने पर दरवाजा अपने आप खुल गया और अंदर का दृश्य देखकर राजन सिंह चौंक गए। कमरे में गुरुशरण फांसी के फंदे से लटके हुए थे। इसके बाद राजन ने आनन-फानन में सबसे पहले सोसाइटी के केयरटेकर को मामले की जानकारी दी, उसके बाद डोरंडा थाना को।

स्पोर्ट्स कोटे से मिली थी नौकरी

गुरुशरण की आत्महत्या की सूचना पंजाब में रहने वाले उनके परिजनों को भी दे दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार गुरु शरण एक बेहतर हॉकी खिलाड़ी थे और पहले पंजाब की तरफ से हॉकी खेला करते थे। स्पोर्ट्स कोटे से ही उनकी नौकरी एजी ऑफिस में हुई थी, जिसके बाद उनका तबादला रांची हो गया था। रांची में गुरुशरण अकाउंटेंट के पद पर थे और सरकारी आवास में अकेले ही रहा करते थे। अभी तक गुरुशरण की शादी नहीं हुई थी।  

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