ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीपुलिस को ट्रैप करने में नाकाम रहे माओवादी

पुलिस को ट्रैप करने में नाकाम रहे माओवादी

लोहरदगा पुलिस ने हार्डकोर भाकपा माओवादी नक्सली राजदेव खेरवार को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। नौ दिसंबर को लोहरदगा पेशरार थाना क्षेत्र के लातेहार जिले के सरयू से लगी सीमा वाले गांव बुलबुल गोताक में...

पुलिस को ट्रैप करने में नाकाम रहे माओवादी
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 11 Dec 2019 01:54 AM
ऐप पर पढ़ें

लोहरदगा पुलिस ने हार्डकोर भाकपा माओवादी नक्सली राजदेव खेरवार को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। नौ दिसंबर को लोहरदगा पेशरार थाना क्षेत्र के लातेहार जिले के सरयू से लगी सीमा वाले गांव बुलबुल गोताक में नक्सलियों के खिलाफ घर-घर सर्च अभियान में राजदेव खेरवार को बुलबुल से गिरफ्तार किया गया। वह पिछले एक दशक से अधिक समय से भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। पुलिस कप्तान लोहरदगा प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि बुलबुल से राजदेव खेरवार के घर के पास लावारिस अवस्था में पड़े एक बाइक को भी बरामद किया गया है। सर्च अभियान की अगुवाई एसपी प्रियदर्शी आलोक के साथ एएसपी विवेकानंद कुमार, सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट बृजेश कुमार, टू आईसी आरवी फिलिप, थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार समीर, जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे। एसपी ने बताया कि लंबे समय से लोहरदगा और लातेहार सीमा पर माओवादी रविंद्र गंझू की अगुवाई में वहां जमे हुए थे। इसकी सूचना पुलिस को मिली। नवंबर के शुरू में ही नक्सली वहां आ गए थे। चुनाव के समय रविंद्र गंझू के नेतृत्व में दस्ता चंदवा थाना क्षेत्र के लुकईया मोड में आकर चार पुलिसकर्मियों की हत्या की और देवदरिया के पास दो जेसीबी को फूंक दिया। इस बात की भी पुष्टि पुलिस के हत्थे चढ़े राजदेव खेरवार ने की है। बुलबुल गांव के दिलीप भगत की हत्या के दो दिन पहले राजदेव खेरवार अपने गांव आया था। दिलीप के वहां होने की सूचना रविन्द्र गंझू को दिया। अगले दिन ही वहां आकर उसने उसकी हत्या कर दी। इसमें राजदेव भी शामिल था। पुलिस इसकी तलाश में थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि मुठभेड़ के बाद माओवादी पुलिस को ट्रैप करना चाहते थे। जिस पहाड़ पर वह गोली चलाते हुए पीछे जा रहे थे उस रास्ते पर लैंडमाइन लगा हुआ था। पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने काफी सतर्कता से मुठभेड़ को अंजाम दिया। पुलिस को देखते ही तीन काले वर्दीधारी माओवादियों ने करीब 300 मीटर की दूरी से करीब 20 चक्र गोलियां चलाईं। जवाब में पुलिस ने भी करीब 40 राउंड गोलियां चलाईं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। राजदेव खेरवार ने पुलिस को बताया कि रविंद्र गंझू के पास बाहर से जो माओवादी आए हैं, उसको लेकर करीब 60 की संख्या है। दो समूहों में बंट कर उग्रवादी नक्सली पुलिस को ट्रैप करने की चेष्टा में हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें