कोल इंडिया प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक दो जून को दिल्ली में हुई। चर्चा के बाद प्रबंधन ने पेंशन फंड को मजबूत बनाने के लिए अपनी तरफ से सात प्रतिशत योगदान देने का प्रस्ताव दिया। इससे कामगारों का योगदान 2.09 प्रतिशत बढ़ जाएगा। यूनियन के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर कहा कि यह तभी होगा, जब ईपीएफ में सीएमपीएफ के विलय का प्रस्ताव वापस ले लिया जाएगा। प्रबंधन ने इस मुद्दे को सरकार को भेजने से पहले छह जून को होने वाली जेबीसीसीआई की बैंक में पेश करने का आश्वासन दिया है। उधर हड़ताल को लेकर केंद्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त बैठक तीन जून को एसईसीएल के गेवरा में तय है। उसमें एसईसीएल, डब्लूसीएल, एमसीएल, एनसीएल, एससीसीएल से संबंधित प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। मौके पर 19 से 21 जून तक प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने पर चर्चा की जाएगी। आगे की रणनीति तय होगी। यह जानकारी एचएमएस के नाथूलाल पांडे ने दी।
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