मिथिलांचल में कोजागरा उत्सव पांच को
मिथिलांचल का कोजागरा उत्सव पांच अक्तूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन समाज के लोग मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। आश्विन पुर्णिमा के दिन यह पर्व घर-घर में मनाया...
मिथिलांचल का कोजागरा उत्सव पांच अक्तूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन समाज के लोग मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। आश्विन पुर्णिमा के दिन यह पर्व घर-घर में मनाया जाता है। खासकर समाज के नव विवाहित युवकों के घर में इसे बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन प्रसाद के तौर पर पान-मखान खाने की परंपरा है। रांची में विद्यापति स्मारक समिति इस पर्व को धूमधाम से मनाएगी। रांची के आरटीआई बिल्डिंग स्थित कार्यालय में इस समारोह को मनाया जाएगा। समिति के अध्यक्ष लेखानंद झा के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा की जाएगी और समाज के लोगों को प्रसाद वितरित की जाएगी। समाज के अन्य संगठन झारखंड मैथिली मंच विद्यापति दालान और झारखंड मिथिला मंच मिथिला दालान में कोजागरा मनाएगी। नव विवाहित के यहां मनता है उत्सव इस दिन नव विवाहित युवक के घर में यह पर्व बड़े समारोह के रूप में मनाया जाता है। मिथिलांचल में नव विवाहिता मधुश्रावणी मनाती है, वहीं नव विवाहित युवक के यहां कोजागरा धूमधाम से मनता है। इस दिन नव विवाहित के यहां ससुराल से वर के लिए घर-गृहस्थी के ढ़ेरों सामान आते हैं। उपहार के साथ-साथ वस्त्र, आभूषण, घर के काम आनेवाले विविध सामान आते हैं। इसके साथ ही समाज के दावत के लिए बड़े पैमाने पर मखान आते हैं। जिसे बड़े पैमाने पर वितरित किया जाता है। इसके बाद समाज और घर-परिवार के लोगों के बीच दावत का दौर चलता है।