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झारखंड में कम नहीं होने देंगे एक भी मतदाता : झामुमो

झारखंड में कम नहीं होने देंगे एक भी मतदाता : झामुमो

संक्षेप: झामुमो का भाजपा पर तंज, हताशा में चुनाव जीतने के लिए निर्वाचन आयोग का सहारा, भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार किसी उपराष्ट्रपति ने कार्यकाल के बीच इ

Tue, 22 July 2025 09:27 PMNewswrap हिन्दुस्तान, रांची
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रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोला है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने झारखंड में शुरू होने जा रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार की तरह झारखंड में एक भी झारखंडी मतदाता को कम नहीं होने दिया जाएगा। सुप्रियो ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट में ईडी की नाकामी के बाद भाजपा अब इलेक्शन कमीशन के सहारे चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, जिसे विफल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी हताशा में संवैधानिक पदों को निशाना बना रही है, क्योंकि उसे बिहार, बंगाल और यूपी में हार का डर है।

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झामुमो ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर आरोप लगाया कि धनखड़ को विपक्ष के प्रति उनके रुख और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होने से नाराजगी हुई, जिसके चलते उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि जाट का बेटा और किसान नेता को भाजपा ने धक्का दे दिया है। यह भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार है, जब किसी उपराष्ट्रपति ने कार्यकाल के बीच इस्तीफा दिया। भट्टाचार्य ने कहा कि संसद सत्र की कार्यवाही से स्पष्ट है कि धनखड़ विपक्ष की आवाज को मंच देना चाहते थे, लेकिन सरकार के दबाव में उन्हें पीछे हटना पड़ा। ऑपरेशन सिंदूर और सेना के शौर्य से जुड़ी घटनाओं को कार्यसूची से हटाना भी उनकी नाराजगी का कारण बना। साथ ही, पोर्ट निजीकरण पर चर्चा को अचानक टाल दिया गया, जिससे सरकार की मंशा पर सवाल उठे। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री और सदन के नेता जेपी नड्डा अनुपस्थित रहे। नड्डा का विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे की बात रिकॉर्ड में नहीं लेने का बयान, उपराष्ट्रपति की भूमिका को सीमित करने की साजिश का संकेत है। सुप्रियो ने कहा कि कृषि कानूनों के दौरान भी धनखड़ किसानों के पक्ष में थे। बावजूद इसके भाजपा ने उन्हें दरकिनार कर दिया, क्योंकि वे सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने लगे थे।