दूसरी लहर में झारखंड ने दूसरे राज्यों को दिया 41000 टन ऑक्सीजन
-अप्रैल में प्रतिदिन 140 टन तक हो रही थी खपत, अब महज 20-30 टन
रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो
कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में जहां ऑक्सीजन का हाहाकार मचा हुआ था। वहीं झारखंड ने अपनी खपत से लगभग पांच गुना ऑक्सीजन दूसरे राज्यों व नेपाल को दिया गया। बीते अप्रैल से जून के बीच राज्य में जहां लगभग 8500-9000 टन ऑक्सीजन की खपत हुई। वहीं, झारखंड से देश के 14 राज्यों व पड़ोसी देश नेपाल को लगभग 41000 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गयी।
राज्य में फिलहाल हर दिन 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है, जबकि खपत 20 से 30 टन है। कोरोना के दूसरी लहर के दौरान अप्रैल में प्रतिदिन होने वाली ऑक्सीजन की खपत लगभग 140 टन तक पहुंच गयी थी, जो फिलहाल घटकर 20-30 टन पर आ गयी है। जहां तक उत्पादन की बात है तो दूसरी लहर के दौरान राज्य में प्रतिदिन लगभग 850-900 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा था। फिलहाल इसकी मांग काफी घट गयी है। बावजूद इसके प्रतिदिन 500-550 टन प्रतिदिन उत्पादन किया जा रहा है। ऑक्सीजन की डिमांड काफी घट जाने के कारण ज्यादातर ऑक्सीजन का औद्योगिक उपयोग किया जा रहा है। हालांकि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए मेडिकल उपयोग के लिए अभी भी राज्य में लगभग 9000 टन ऑक्सीजन रिजर्व में रखा गया है।