कर्म के साथ धर्म को समाहित करना करम पर्व का उद्देश्य
रांची में नामकुम के लोवाडीह हाई टेंशन मैदान में झारखंडी भाषा साहित्य संस्कृति विकास मंच ने करम पर्व मनाया। इस अवसर पर पारंपरिक परिधान में लोग शामिल हुए और करम डाली की पूजा की गई। पहान शिवेशवर सिंह...

रांची, विशेष संवाददाता। नामकुम के लोवाडीह हाई टेंशन मैदान में झारखंडी भाषा साहित्य संस्कृति विकास मंच ने बुधवार को करम पर्व मनाया। पांचपरगनिया क्षेत्र के लोग पारंपरिक परिधान में सज-धजकर इसमें शामिल हुए। करम डाली की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। पहान शिवेशवर सिंह मुंडा ने करम पर्व की कहानी सुनाई। कहा कि पर्व में बहन अपने भाई की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती है। पहान ने कहा कि करम पर्व का उद्देश्य प्रकृति का संरक्षण व कर्म के साथ धर्म को भी समाहित करना है। धर्म कि उपेक्षा कर किया गया कर्म जीवन में शांति नहीं दे सकता। पूजा के बाद मुंडारी और पंचपरगनिया लोकगीतों व ढोल, नगाड़ा, मांदर की धुन से पूजास्थल गूंज उठा।
आयोजन में शिवेशवर सिंह मुंडा, रूप लक्ष्मी मुंडा, मोहन सिंह मुंडा, आशा कच्छप मुंडा, कमल मुंडा, धनंजय मुंडा, रवींद्र मुंडा, मधु मुंडा, चंद्रकांत मुंडा, यादव लाल मुंडा और सुभाष चंद्र मुंडा आदि ने सहयोग किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




