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Hindi News झारखंड रांचीपहल : जेल छोड़ने से पूर्व 79 सजावार बंदियों की ऑनलाइन काउंसलिंग प्रारम्भ

पहल : जेल छोड़ने से पूर्व 79 सजावार बंदियों की ऑनलाइन काउंसलिंग प्रारम्भ

उम्र कैद की सजा काट रहे 79 सजावार बंदियों को अच्छे आचरण को देखते हुए समय से पूर्व ही जेल से मुक्त किया जाना है। इन सभी बंदियों को जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन के प्रस्ताव पर डालसा रांची...

उम्र कैद की सजा काट रहे 79 सजावार बंदियों को अच्छे आचरण को देखते हुए समय से पूर्व ही जेल से मुक्त किया जाना है। इन सभी बंदियों को जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन के प्रस्ताव पर डालसा रांची...
1/ 2उम्र कैद की सजा काट रहे 79 सजावार बंदियों को अच्छे आचरण को देखते हुए समय से पूर्व ही जेल से मुक्त किया जाना है। इन सभी बंदियों को जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन के प्रस्ताव पर डालसा रांची...
उम्र कैद की सजा काट रहे 79 सजावार बंदियों को अच्छे आचरण को देखते हुए समय से पूर्व ही जेल से मुक्त किया जाना है। इन सभी बंदियों को जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन के प्रस्ताव पर डालसा रांची...
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हिन्दुस्तान टीम,रांचीThu, 30 Jul 2020 10:12 PM
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उम्र कैद की सजा काट रहे 79 सजावार बंदियों को अच्छे आचरण को देखते हुए समय से पूर्व ही जेल से मुक्त किया जाना है। इन सभी बंदियों को जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन के प्रस्ताव पर डालसा रांची द्वारा काउंसिलिंग की जा रही है। सभी बंदियों का चार दिनों तक परामर्श सह तनाव प्रबंधन एवं पुनर्वास को लेकर ऑनलाइन काउंसिलिंग की जाएगी। गुरुवार को चार दिवसीय काउंसिलिंग कार्यक्रम का उद्घाटन सेवानिवृत्त आईजी सह व्यक्ति विकाश केंद्र इंडिया अपैक्स बॉडी के चेयरमैन बीके सिन्हा, आर्ट ऑफ लिविंग के मास्टर ट्रेनर पीएन सिंह, मुकेश कुमार एवं डालसा सचिव अभिषेक कुमार ने संयुक्त से किया। बंदियों को संबोधित करते हुए बीके सिन्हा ने कहा कि यहां से निकलने के बाद समाज की मुख्य धारा में लौटने पर आपलोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। साथ ही तनावमुक्त होकर अपना जीवन यापन सुनिश्चित कर सकें। जिसके लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं। राज्य के सभी प्रखंड में आर्ट ऑफ लिविंग केन्द्र है। जहां यहां से निकलने के बाद पूरा सहयोग मिलेगा। सिविल कोर्ट के नये 40 कोर्ट भवन के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में ऑनलाइन काउंसलिंग पीएन सिंह ने प्रारंभ की। ऑनलाइन से ही रांची के साथ हजारीबाग, दुमका, जमशेदपुर एवं पलामू जेल को जोड़ा गया। मालूम हो कि राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद के निर्णय के बाद रांची जेल से 50, हजारीबाग जेल से 11, दुमका से 10, जमशेदपुर से पांच एवं पलामू जेल से 3 बंदियों को मुक्त किया जाना है। मुक्त करने से पूर्व काउंसिलिंग की जा रही है।

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