डॉ शिप्ती ने दूसरी बार की किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई
डॉ शिप्ती ने दूसरी बार किलिमंजारो पर्वत की चढ़ाई पूरी की। उन्होंने 4 फरवरी 2025 को उहुर्ज पीक तक पहुंचकर 5895 मीटर की ऊंचाई पर चढ़ाई की। उनकी टीम में पांच लोग शामिल थे, और उन्होंने मूसलाधार बारिश का...

रांची, वरीय संवाददाता। किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी और दुनिया का सबसे ऊंचा स्वतंत्र पर्वत है। कोकर की डॉ शिप्ती ने दूसरी बार इसकी चढ़ाई पूरी की। पहली बार 26 जनवरी 2023 को 5681 मीटर किलिमंजारों के गिलमेन्स प्वाइंट तक गईं। वहीं, दूसरी बार 4 फरवरी 2025 को सबसे ऊंचे प्वाइंट उहुर्ज पीक 5895 मीटर तक पहुंचीं। डॉ शिप्ती ने बताया कि यह पर्वत अफ्रीका के तंजानिया देश में स्थित है। माउंट किलिमंजारों एक सुप्त ज्वालामुखी है और सेवेन सबमिट में से एक है। डॉ शिप्ती ने मि-एंड माउंटेन ग्लोबल एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से पांच लोगों की भारतीय टीम का नेतृत्व किया, उन्होंने मेडिकल ऑफिसर की भूमिका भी निभाई। टीम में कोलकाता से कृष्णेंदु दास, प्रणव राहा, छत्तीसगढ़ से निशा यादव और गोवा से संदेश पेडणेकर शामिल थे।
डॉ शिप्ती ने बताया कि एक फरवरी 2025 को तंजानिया के मोशी नामक गांव से चढ़ाई शुरू की थी और चार फरवरी को माउंट किलिमंजारों के शिखर पर पहुंचे। बताया कि जनवरी-फरवरी में बरसात का मौसम न होते हुए भी इस साल किलिमंजारों क्षेत्र में भीषण बारिश हुई। मूसलाधार बारिश का सामना करते हुए पर्वत्तारोहण करना पड़ा। बारिश के कारण किलिमंजारो चोटी पर अनुपात से अधिक मात्रा में बर्फ थी। वहां का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आससपास था।
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