हिन्दुस्तान असर : चापानल बना, सोलर जलमीनार भी बनेगा, बच्चे अब नहीं पीएंगे डाड़ी के पानी
स्कूली बच्चे डोभा व ग्रामीण नदी में बालू खोदकर निकाल रहे हैं पानी। हिन्दुस्तान में एक दिन पहले छपी इस खबर पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए समस्या...

अड़की, प्रतिनिधि। स्कूली बच्चे डोभा और ग्रामीण नदी में बालू खोदकर निकाल रहे हैं पानी। हिन्दुस्तान में 17 मार्च को छपी इस खबर पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए समस्या का सामाधान करा दिया है। खबर छपने के बाद डीसी शशि रंजन के निर्देश पर आईटीडीए निदेशक संजय भगत, बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायण और पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के सहायक अभियंता राजेश कुमार अड़की प्रखंड के चाड़ाडीह गांव पहुंचे। गांव के स्कूल परिसर में लगे जलमीनार का जायजा लिया। इसमें पाया कि स्कूल के बगल में एक और बोरिंग है, जिसमें पर्याप्त पानी है। अधिकारियों ने उक्त चापानल को चालू करा दिया है। इससे अब स्कूल के बच्चों को पानी के लिए डाड़ी नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही गांव के लोग भी चापानल से पानी ले सकेंगे। आईटीडीए निदेशक ने कहा कि सोलर जलमीनार को भी जल्द शुरू करने का निर्देश पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को दिया गया है। बता दें कि भगवान बिरसा मुंडा के गृह पंचायत बाड़ीनिजकेल अंतर्गत चाड़ाडीह गांव के स्कूल परिसर में लगा सोलर जलमीनार खराब पड़ा था। हिन्दुस्तान जब चाड़ाडीह की ग्रामसभा में पहुंचा, तब ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दी थी। बताया था कि बच्चे खेत में पूर्वजों के द्वारा बनाई गई डाड़ी से पानी भरकर पीते हैं।