एचईसी के निदेशक को कामगारों ने प्लांट में दो घंटे तक बंधक बनाया
-कामगारों से काम पर लौटने की कर रहे थे अपील -12 दिनों से पूरी तरह

रांची। प्रमुख संवाददाता
वेतन भुगतान की मांग कर रहे एचईसी कामगारों ने सोमवार को उत्पादन निदेशक राणा चक्रवर्ती को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। चक्रवर्ती एचएमटीपी में कामगारों से उत्पादन शुरू करने की अपील करने पहुंचे थे। सुबह नौ से 11 बजे तक कामगारों ने उन्हें बंधक बनाए रखा इसके बाद छोड़ दिया। निदेशक से कामगारों से स्पष्ट कहा कि एक मुश्त भुगतान के बाद ही उत्पादन शुरू होगा। वेतन भुगतान से कम पर अब कोई बात नहीं होगी। सात माह के बकाया वेतन भुगतान को लकेर दो दिसंबर से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान किसी भी प्लांट में उत्पादन नहीं हो रहा है।
एचईसी के उत्पादन निदेशक पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग प्लांट में जाकर कामगारों से मुलाकात कर रहे हैं और उनसे एचईसी हित में काम करने की अपील कर रहे हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को निदेशक एचएमटीपी पहुंचे। वह कामगारों से काम पर लौटने का आग्रह कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिसंबर माह उत्पादन का माह रहता है। लेकिन 11 दिन में कुछ भी उत्पादन नहीं हुआ। उन्होंने कामगारों से कहा कि 50 फीसदी वेतन सोमवार को बैंक खाते में भेज दिया जाएगा। इस माह के अंत तक शेष राशि भुगतान करने का वादा भी किया। लेकिन कामगार नहीं माने। उन्होंने निदेशक को घेर लिया और जल्द एक मुश्त वेतन भुगतान की मांग करने लगे। कामगारों का कहना था कि प्रबंधन आधे माह का वेतन देने की बात कह रहा है। आधे माह का वेतन तो एक दिसंबर को भी दिया जा सकता था। इसके पूर्व भी कई बार प्रबंधन ने वेतन नियमित करने की बात कही थी, लेकिन वेतन में और विलंब होता रहा।
एचईसी कामगारों का कहना है कि प्रबंधन कामगारों को तोड़ने का प्रयास भी कर रहा है। कुछ श्रमिक नेताओं को इसके लिए लगाया गया है। श्रमिक नेता भी अब कामगारों को प्रबंधन के फार्मूले को मानने की बात कहने लगे हैं। लेकिन कामगार एकजुट हैं और जब तक एक मुश्त वेतन भुगतान नहीं हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
