साहू तालाब में फैली गंदगी देख चिंतित हैं श्रद्धालु
इस साल जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा ने छठ महापर्व की तैयारियों पर असर डाला है। 25 से 28 अक्टूबर तक चलने वाले इस पर्व के लिए श्रद्धालुओं को साहू तालाब में अर्ध्य देने में कठिनाई हो रही है। तालाब...

खूंटी, संवाददाता। जिले में इस साल लगातार हो रही भारी वर्षा ने छठ महापर्व की तैयारियों पर असर डाला है। दशहरा बीतने के बाद छठ महापर्व की तैयारियों की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। छठ महापर्व 25 अक्तूबर से शुरू होकर 28 अक्तूबर तक चलेगा। शहर में बड़ी संख्या में छठव्रती हर वर्ष साहू तालाब में पूजा-अर्चना करते हैं। हालांकि इस वर्ष तालाब में अत्यधिक जलस्तर और लबालब पानी की वजह से श्रद्धालुओं को अर्ध्य देने में कठिनाई हो रही है। तालाब का घाट स्नान के लिए सुरक्षित नहीं है और फिसलन की वजह से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है।
घाट और रास्तों की जर्जर स्थिति: तालाब के किनारे और छठघाट तक पहुंचने वाले रास्ते काफी जर्जर हो गए हैं। बारिश के कारण रास्तों में बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिनमें पानी जमा होने से व्रतियों का आवागमन मुश्किल हो गया है। घाट और रास्तों की फिसलन के कारण श्रद्धालुओं के अर्ध्य देने में परेशानी बढ़ रही है। लबालब पानी के कारण घाट पर प्रवेश कठिन हो गया है और सुरक्षित पूजा-अर्चना करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। प्रशासनिक कार्रवाई की आवश्यकता: स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब और घाट की उचित सफाई, फिसलन रोकने के उपाय और सुरक्षा इंतजाम किए बिना छठ महापर्व का आयोजन सुचारू रूप से करना मुश्किल होगा। शहर के मुख्य तालाबों पर विशेष ध्यान न दिया गया तो श्रद्धालुओं के लिए खतरा बढ़ सकता है। प्रशासन से अपील की गई है कि साहू तालाब सहित सभी छठ तालाबों में सफाई और सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं, ताकि श्रद्धालु स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में अर्ध्य देकर पूजा कर सकें।
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