पिपरवार में सुहागिनों की हरितालिका तीज की पूजा
पिपरवार- कोयलांचल क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण इलाकों में सोमवार को सुहागिन महिलाओं के द्वारा हरितालिका तीज व्रत हर्षोल्लास के साथ मनाया...

पिपरवार, संवाददाता। पिपरवार- कोयलांचल क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण इलाकों में सोमवार को सुहागिन महिलाओं के द्वारा हरितालिका तीज व्रत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पिपरवार- कोयलांचल क्षेत्र के बचरा चार नंबर चौक स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ शिव मंदिर, बचरा रामजानकी मंदिर, बचरा काली मंदिर, बिशुझापा हनुमान मंदिर, राय कोलियरी शिव मंदिर, झारखंडी शिव मंदिर, बमने शिव मंदिर, बिजली सब स्टेशन शिव मंदिर समेत सभी मंदिरों में सुहागिन महिलाओं ने अपने पतिके दीर्घायु होने की कामना को लेकर पूजा -अर्चना की।
सुहागिनों का अखंड सौभाग्य का प्रतीक पर्व हरितालिका तीज का यह व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस व्रत में महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के बाद अपने पति की लंबी आयु का वरदान मांगती हैं। पूरे दिन का निर्जला व्रत रखने के बाद पूरी विधि- विधान से हरितालिका तीज की पूजा की जाती है। इस साल हरितालिका तीज व्रत पर सात वर्षों बाद सोमवार का संयोग बना है। इस दिन इंद्र नाम का भी योग बना, जो पूरे दिन रहा। पूजा से पहले सुहागिन महिलाएं सोलह शृंगार कर बालू से भगवान शिव-पार्वती की प्रतिमा बना कर पूजा- अर्चना की गई। केले के पत्तों से मंडप तैयार कर पूजा- अर्चना की गई। हरितालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाओं के द्वारा पूरे दिन निर्जला व्रत रखा गया इस दिन अन्न और जल ग्रहण नहीं किया जाता है, इसलिए भूलकर भी इस व्रत में कुछ खाना या पीना नहीं चाहिए।