रांची में हरमू फ्लाइओवर का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो पाएगा। इसके निर्माण में भूमि की आ रही परेशानी दूर होगी। जरूरत पड़ने पर राजभवन की जमीन भी सरकार को उपलब्ध कराई जाएगी। इस संदर्भ में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री गुरुवार को सुबह राज्यपाल से मिलने राजभवन गए थे। उन्होंने राज्यपाल से इस संबंध में बातचीत कर राजभवन की जमीन के बारे में आग्रह किया।
क्या है मामलाः हरमू फ्लाइओवर का 2017 में शिलान्यास किया गया था। इसके बाद से जमीन अधिग्रहण की कवायद चल रही है। नगर विकास विभाग ने राजभवन से फ्लाईओवर निर्माण के लिए जमीन देने का आग्रह किया था। निर्माण के लिए राजभवन के पिछले हिस्से और नागा बाबा खटाल की तरफ से जमीन की जरूरत थी। लेकिन राजभवन ने सुरक्षा कारणों से जमीन देने से इनकार कर दिया था। इसे देखते हुए नगर विकास विभाग ने मेकॉन को फ्लाइवोर के डिजाइन को बदलने का निर्देश दिया था। इसके लिए नया डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
कम जमीन की होगी जरूरतः नगर विकास विभाग से मिली जानकारी के अऩुसार नए प्लान में भूमि की कम जरूरत होगी। फ्लाईओवर की लंबाई कुछ कम की जाएगी। सिंगल पिलर पर इसका निर्माण कराया जाएगा। इसके नीचे सर्विस लेन बनेगी। इसमें राजभवन की जमीन की बहुत ही कम जरूरत पड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को फ्लाई ओवर के बारे में बताया : मुख्यमंत्री रघुवर दास गुरुवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलकर हरमू फ्लाइवर के निर्माण के बारे में बताया। इसके डिजाइन में बदलाव और थोड़ी-बहुत राजभवन की जमीन की जरूरत पड़ने की बात कही। राज्यपाल ने जनहित में राजभवन की जमीन देने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों का कहना है कि नया डीपीआर आने के बाद ही राजभवन की जमीन की जरूरत होगी या नहीं। कितनी जमीन अधिग्रहण करनी होगी। इन सब के बारे में स्थिति साफ हो पाएगा। नया डीपीआर आने के बाद अधिग्रहण से संबंधित कार्रवाई की जाएगी।
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