डायवर्ट करना पड़ा हरमू बाइपास, पंडरा में बैंक के अंदर घुसा पानी
बीते करीब 36 घंटे से जारी बारिश का असर शनिवार को भी दिखा। राजधानी की वीआईपी रोड राजपथ (हरमू बाइपास) अरगोड़ा चौक के पास डूब गया। पानी घुसने से...
रांची। वरीय संवाददाता
बीते करीब 36 घंटे से जारी बारिश का असर शनिवार को भी दिखा। राजधानी की वीआईपी रोड राजपथ (हरमू बाइपास) अरगोड़ा चौक के पास डूब गया। पानी घुसने से गाड़ियां खराब हो गईं। सड़क के दोनों तरफ पानी इतना भर गया कि शाम में प्रशासन को फोर्स बुलाकर सड़क बंद करानी पड़ी। मेकन चौक के पास विशाल पेड़ गिर गया। इस कारण एजी मोड़ से डोरंडा राजेंद्र चौक जाने वाली सड़क पर घंटों जाम लगा रहा। इसका असर देर शाम तक देखने को मिला।
मेन रोड आने से डोरंडा जाने वाले वाहनों को हाईकोर्ट होकर डायवर्ट करना पड़ा। इस कारण मेन रोड में चर्च कॉम्प्लेक्स तक लंबा जाम लग गया। वहीं, पंडरा में एक बैंक के अंदर पानी घुस गया। बैंक कर्मियों को मोटर लगाकर पानी निकालना पड़ा। इस कारण बैंक में काम नहीं हुआ।
जिन मोहल्लों में घरों में बारिश का पानी घुसा था, वहां पलंग से लेकर सोफे तक डूबे थे। घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए लोग भी दिनभर जुटे रहे। मुहल्लों में जलस्तर कम नहीं होने से लोगों ने पानी निकालने प्रयास भी बंद कर दिया। देर शाम तक शहर की यही हालत बनी हुई थी। बांधगाड़ी मैदान तालाब में तब्दील हो गया। यहां सांप तैरने लगे। पंडरा स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट की पार्किंग में शुक्रवार से डूबी है।
पंडरा में बैंक में घुसा पानी, बंद करना पड़ा बैंक
पंडरा के बैंक ऑफ इंडिया शाखा में भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। शनिवार को जब बैंक खोला गया तो उसके अंदर पानी भरा हुआ दिखा। इसके बाद यहां मोटर लगाकर पानी निकालने का प्रयास किया गया। ऐसा ही नजारा पंचशील नगर के समीप के सड़क पर था। यहां भी सड़क पर दूर-दूर तक पानी हिलोरे मार रहा था।
अनुराधा अपार्टमेंट के बेसमेंट भरा पानी
पंडरा के अनुराधा अपार्टमेंट के बेसमेंट में दो दिन से पानी भरा हुआ है। उसी जगह पूरे अपार्टमेंट का बिजली सप्लाई का पूरा सिस्टम लगा हुआ है। इस कारण बड़ी दुर्घटना होने की आशंका है।
हरमू अरगोड़ा चौक में करना पड़ा रूट डायवर्ट
अरगोड़ा चौक में वसुंधरा मेगा मार्ट के समीप जलजमाव का आलम यह था कि यहां ट्रैफिक पुलिस को बैरियर लगाकर रूट डायवर्ट करना पड़ा। सड़क पर ही तीन फीट तक पानी जमा हो जाने के कारण बड़े वाहन तो इस सड़क से गुजर जा रहे थे। लेकिन छोटे वाहनों का साइलेंसर डूब जा रहा था। इस कारण पानी में घुसने वाले अधिकतर वाहन को लोग धकेलकर निकाल रहे थे।
न बेसमेंट से पानी निकला, न सड़क पर जलजमाव कम हुआ:
अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ जाने वाले मार्ग में भी एक्लव्य टॉवर के सामने बारिश का पानी सड़क पर तीन फीट तक जमा था। बड़े वाहन भी जब इस पानी से गुजरते थे, तो यहां चक्का पूरा डूब जा रहा था। एकलव्य टावर की हालत शुक्रवार जैसी ही थी, यहां भी पार्किंग में जमे पानी को निकालने के लिए काफी प्रयास किया गया, लेकिन ऊपर से पानी इतना प्रेशर से आ रहा था कि उसे निकालना मुश्किल था।
बांधगाड़ी में मैदान बना तालाब, सांप तैरने लगे
जलजमाव का ऐसा ही नजारा बांधगाड़ी में भी दिखा। यहां खाली मैदान जिसमें आम दिनों में बच्चे खेलते थे। वहां चार फीट तक बारिश का पानी थम गया था। इस पानी में सांप भी तैर रहे थे। इससे आसपास के घर के लोगों में डर का माहौल है।
लोहराकोचा में सड़क नाली सब एक समान:
थड़पखना के समीप स्थित लोहराकोचा मोहल्ला के सभी घर भी बारिश में पूरी तरह से जलमग्न हो गये थे। मोहल्ले का एक भी घर ऐसा नहीं था। जहां बारिश का पानी घुसा न हो। सड़क पर भी दो फीट तक पानी जमा था। नतीजा लोगों ने घर में घुसे इस पानी को निकालने का भी प्रयास नहीं किया।