पहली बार: भटके युवाओं को सुधारने के लिए 1001 सुहागिनों ने की मां काली की महाआरती, 20 मिनट तक दिखा आलौकिक नजारा
हरमू रोड में काली पूजा स्वागत समिति के पंडाल के बाहर गुरुवार की देर शाम 7.50 बजे श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत नजारा दिखा। पारंपरिक वेशभूषा में1001 सुहागिनों ने दीपकों से सजे थाल से मां काली की आरती...
हरमू रोड में काली पूजा स्वागत समिति के पंडाल के बाहर गुरुवार की देर शाम 7.50 बजे श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत नजारा दिखा। पारंपरिक वेशभूषा में1001 सुहागिनों ने दीपकों से सजे थाल से मां काली की आरती उतारी। शंख ध्वनि, घंटा करताल और ढाक-बाजों के बीच पुरोहितों ने मंत्रोचार किया। अद्भुत नजारे के साथ हुई आरती को देखने के लिए हरमू रोड मुख्य मार्ग पर सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ जमी हुई थी। गायक रीमा वर्मा ने जैसे ही मां काली के आह्वान के के साथ महाआरती भजन आरंभ किया कि वहां का दृश्य भक्तिमय हो गया। पंडाल के बाहर की लाइटों के बुझते ही चारो ओर घी से भरे दीपकों की लौ की आभा बिखर गयी। पंडाल के बाहर की छटा देवमय हो गयी। मां की आराधना के साथ सस्वर भजन कर सुहागिनों ने राह से भटके युवाओं के मुख्य धारा से जुड़ने एवं समाज व राष्ट्र का विकास करने की मंगल कामना की। सुहागिनों ने परिवार और समाज के लिए भी मां से प्रार्थना की। 20 मिनट तक चली आरती के बाद भक्तों के बीच महाभोग खीर का वितरण किया गया। महाआरती में शामिल श्रद्धालु महाभोग ग्रहण कर धन्य हुए। महाआरती के समापन पर सुहागिनों को सुगाह पिटारा और खीर महाभोग प्रदान किया गया।
इससे पूर्व क्राउन स्कूल परिसर में काली पूजा स्वागत समिति की ओर से भजन के साथ कार्यक्रम आरंभ हुआ। समिति की ओर से भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल दीपक प्रकाश, सुनील सहाय, राजीव रंजन मिश्रा, पूर्व पार्षद सुनीता देवी, पार्षद ओमप्रकाश, डॉ अनिल सिंह, किशोर साहू आदि चुनरी एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर कमेटी की स्मारिका का विमोचन हुआ। समिति के मनोज वर्मा ने मंच संचालन किया। समिति के अध्यक्ष प्रेम वर्मा ने आगतों का स्वागत किया एवं सभी को शुभकामनाएं दी।
इनकी रही भागीदारी
महाआरती के आयोजन में समिति के मुख्य संरक्षक दीपक प्रकाश, अध्यक्ष प्रेम वर्मा, अनिल माथुर, रंजीत गुप्ता, पप्पू वर्मा, अमित कुमार, संजय लाल गुप्ता, दिलीप साहू, रीमा वर्मा, कुसुम वर्मा, प्रियंका कुमारी समेत अन्य की उल्लेखनीय भूमिका रही।
21 सुहागन महिलाओं से शुरू हुई थी महाआरती
समिति की ओर से दस साल पूर्व 2008 में महाआरती आरंभ की गयी थी। पहले साल महज 21 महिलाओं के साथ आरती शुरू हुई थी। पांच साल के अंदर यह संख्या एक हजार को पार कर गयी। वर्ष 2009 में 251 और इसके बाद यह संख्या एक हजार के पार पहुंच गयी। समिति की ओर से 25 साल से काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
काली पूजा के आयोजन का उद्देश्य समाज को आगे बढ़ाना
समिति के काली पूजा आयोजन का उद्देश्य समाज को आगे बढ़ाना है। हर साल अलग-अलग समाजिक सरोकार वाले थीम पर पूजा होती है। इस वर्ष कमेटी ने राह से भटके युवाओं को रास्ता दिखाना है विषय को लेकर पूजा की। इससे पूर्व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल संरक्षण आदि विषय को लेकर महाआरती हो चुकी है।