रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के छह माह पूरे होने एवं मोदी सरकार की कथित सात साल की विफलता पर किसान-मजदूर संगठनों की ओर से राष्ट्रव्यापी किसान संगठनों एवं श्रमिक संगठनों द्वारा काला दिन मनाया जाएगा। भाकपा ने इसके समर्थन का फैसला लिया है। भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि केंद्र की सरकार 26 मई को सात साल पूरे होने का जश्न मनाएगी और देश के 500 से अधिक किसान संगठनों की ओर से दिल्ली में चलाए जा रहे किसान विरोधी तीनों काला कानून के विरोध में आंदोलन के छह महीने पूरे होंगे। सात सालों में केंद्र की सरकार देश को चलाने में विफल हुई है। जब से मोदी की सरकार गद्दी पर आई, तब से किसानों की जमीन को हड़पने के लिए हर हथकंडे अपना रही है। मजदूरों के कानून को मात्र चार कानून में बदलकर किसान मजदूर विरोधी चरित्र का उजागर किया है। देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है। महामारी के कारण देश की आवाम घर में दुबके हुए हैं। सरकार लॉकडाउन लगाई हुई है। कोरोना की लड़ाई में भी केंद्र की सरकार विफल साबित हुई। एक तरफ लोग महामारी से मर रहे हैं। तो दूसरे और भुखमरी और बेरोजगारी के शिकार हो रहे हैं।