डीएसपीएमयू में फिश एंड फिशरी साइंस में नामांकन प्रक्रिया शुरू
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम बीएससी फिशरी और फिशरीज साइंस में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।...
रांची, विशेष संवाददाता। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम बीएससी फिशरी और फिशरीज साइंस में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति-2020, के अनुरूप तैयार किया गया है। इसमें मछली जीव विज्ञान, जलीय कृषि, मछली पोषण, मछली आनुवंशिकी और मछली स्वास्थ्य प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ सजलेंदु घोष ने बताया कि मत्स्य पालन क्षेत्र सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है, जो जलीय कृषि, मछली पालन, समुद्री जीव विज्ञान और मत्स्य प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में रोजगार के कई अवसर प्रदान करता है। स्थिरता पर बढ़ते फोकस के साथ, मत्स्य पालन में पेशेवर पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करते हैं।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना जैसी विभिन्न सरकारी पहल मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करती हैं, जिससे प्रशिक्षित पेशेवरों के लिए अधिक अवसर पैदा होते हैं। इस विषय के स्नातक मछली फार्म प्रबंधकों से लेकर समुद्री संरक्षणवादियों तक की भूमिकाओं में काम करते हुए अनुसंधान, शिक्षा, उद्योग और सरकारी एजेंसियों में करियर बना सकते हैं। इस विषय के स्नातकों के लिए- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) जैसे केंद्रीय और राज्य अनुसंधान संस्थान में करियर के अवसर हैँ। उनके लिए मत्स्य सर्वेक्षण अधिकारी, गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक, मत्स्य विकास अधिकारी, आदि बनने के अवसर हैं।
इस पाठ्यक्रम में विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण वैसे विद्यार्थी, जिनका एक विषय जीव विज्ञान रहा हो, वे नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन डीएसपीएमयू की आधिकारिक वेबसाइट www.dspmuranchi.ac.in के माध्यम से कर सकते हैं। नामांकन संबंधी विस्तृत जानकारी डीएसपीएमयू की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
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