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किसी कार्य को श्रद्वा के साथ करना ही योग है : स्वामी ईश्वरानंद

पीआईबी-आरओबी रांची, एफओबी डालटनगंज के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर ‘बी विथ योगा, बी एट होम-योग के साथ...

किसी कार्य को श्रद्वा के साथ करना ही योग है : स्वामी ईश्वरानंद
हिन्दुस्तान टीम,रांचीSat, 19 Jun 2021 09:10 PM
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रांची। संवाददाता

पीआईबी-आरओबी रांची, एफओबी डालटनगंज के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर ‘योग के साथ रहें, घर में रहें विषय पर वेबिनार का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया रांची के वरिष्ठ सन्यासी स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने कहा कि किसी भी काम को श्रद्धा के साथ करना ही योग है।

शरीर स्वस्थ रहने के बावजूद यदि मन स्वस्थ नहीं है, तो वह व्यक्ति स्वस्थ नहीं है। पूर्ण रूप से स्वस्थ रहने की परिभाषा में मन की शांति भी शामिल है। शरीर को चलाने वाला मन सबसे जटिल मशीन है, इसे काबू में रखना हमारे लिए चुनौती है। योग के जरिए ही इसे काबू में रखा जा सकता है।

इससे पहले वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए पीआईबी-आरओबी रांची के अपर महानिदेशक अरिमर्दन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के जरिए योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। पहले योग का महत्व साधु-संतों के आश्रमों तक ही सीमित था, पर जैसे-जैसे लोगों को इसके फायदों के बारे में जानकारी मिली है, इसका विकास हुआ है।

क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव पुष्कर ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए ‘योग के साथ रहें, घर में रहें थीम तय किया गया है। पुष्कर ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटशन के माध्यम से भारत के प्राचीनतम योग की पद्धतियां, संयुक्त राष्ट्र द्वारा योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री के योगदान, आयुष मंत्रालय के गठन, योग के क्षेत्र में उभरती संभावनाएं, योग का बाजार और हर वर्ष 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की विस्तृत जानकारी दी।

सरला बिरला यूनिवर्सिटी के योगा एंड नैचुरोपैथी विभाग के प्रोग्राम समन्वयक प्रो कुमार राकेश रोशन पराशर ने कहा कि योग का मतलब संपूर्ण जीवनशैली है। हम यदि यह सोचें कि सिर्फ योग कर लेने से फायदा होगा तो यह सही नहीं है, हमें अपनी पूरी जीवनशैली बदलनी होगी। पतंजलि योग समिति गढ़वा के विस्तारक सुशील कुमार केशरी ने कहा कि योग के लिए यम और नियम का पालन जरूरी है। घर में बैठने के तरीकों से भी योगासन किया जा सकता है। वेबिनार का यू-ट्यूब पर भी लाइव प्रसारण किया गया।

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